लंदन: ब्रिटेन के सांसद डेविड एम्स की हत्या के लिए जिम्मेदार कट्टर इस्लामिक आतंकी और इस्लामिक स्टेट से प्रेरित 26 साल के हत्यारे अली को सोमवार को लंदन की ओल्ड बेली कोर्ट ने दोषी ठहराया।
अली ने ब्रिटिश सांसद डेविड एम्स की हत्या एक चर्च में उस समय कर दी थी, जब वो अपने चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं से मिल रहे थे।
अली ने इस हत्याकांड को पिछले अक्टूबर में अंजाम दिया था, जब उसने 69 साल के ब्रिटिश सांसद एम्स को मारने के इरादे से भरे चर्च में सबके सामने चाकू के कई घातक वार किये।
घटना के बाद गिरफ्तार होने पर अली ने कहा था कि उसने सांसद एम्स पर इसलिए हमला किया क्योंकि उन्होंने सीरिया पर होने वाले हवाई हमले का समर्थन किया था।
कोर्ट में एम्स की हत्या के मामले में अपनी दलील पेश करते हुए सरकारी वकील ने कहा अली एक कट्टर इस्लामी आतंकवादी है। कोर्ट में क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस के काउंटर टेररिज्म डिवीजन के प्रमुख निक प्राइस ने कहा, "सांसद एम्स की हत्या सीधे तौर पर धार्मिक कट्टरवाद और आतंकवाद से प्रेरित एक भयानक घटना है। उन्होंने कहा, "अली ने अपने गंदे, स्वार्थी और घृणित इरादों से इस घिनौने अपराध को अंजाम दिया है।"
मामले में सुनवाई पूरी होने के बाद जूरी ने आधे घंटे से भी कम समय में अपना फैसला सुना दिया और अली को ब्रिटिश सांसद डेविड एम्स की हत्या और आतंकवादी कृत्य के लिए दोषी ठहरा दिया।
वहीं कोर्ट से दोषी ठहराये गये अली ने खुद पर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है। कोर्ट इस मामले में अली को बुधवार को सजा सुनाएगा। कोर्ट में लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा, “तहकीकात के बाद जासूसों ने बताया अली संभावित तरीके से लगभग दो साल से हमले की योजना बना रहा था।”
पुलिस ने जूरी को बताया कि सीसीटीवी से इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि साल 2019 में अली ने हमले के लिए एम्स के अलावा दो अन्य सांसदों के घरों का भी दौरा किया था।”
मालूम हो कि ब्रिटिश सांसद डेविड एम्स की हत्या से पूरा यूनाइटेड किंगडम स्तब्ध रह गया था। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एमेसी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा था कि डेविड एम्स को खोना पूरे यूके के लिए बहुत बड़ी क्षति है और इसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती है।
वहीं मुख्य विपक्षी दल लेबर पार्टी के नेता सर कीर स्टारर ने डेविड को श्रद्धांजलि हेते हुए कहा था, “एक पब्लिक सर्वेंट पर इस तरह से कायरतापूर्ण हमला हमारे देश और हमारे जीवन जीने के तरीके पर हमला है।”