तालिबान को अफगान महिलाओं की ललकार, प्रदर्शन के लिए हथियार लेकर उतर रहीं सड़कों पर
By विनीत कुमार | Updated: July 8, 2021 13:06 IST2021-07-08T13:06:04+5:302021-07-08T13:06:04+5:30
अफगानिस्तान में इन दिनों कई महिलाओं के हथियार लेकर सड़क पर प्रदर्शन करने की तस्वीरें चर्चा में हैं। ये महिलाएं तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर रही हैं।

अफगान महिलाएं तालिबान के खिलाफ हथियार लेकर कर रहीं प्रदर्शन (फोटो- फेसबुक)
अमेरिकी सैनिकों की वापसी और अफगानिस्तान में लगातार एक बार फिर बढ़ रहे तालिबान के असर के बीच कई अफगान महिलाएं अब हथियार के साथ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रही हैं। उत्तरी और मध्य अफगानिस्तान से ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जहां सैकड़ो की संख्या में अफगान महिलाएं तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं।
ये महिलाएं न केवल प्रदर्शन कर रही हैं बल्कि हथियारों के साथ अपनी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रही हैं। पिछले हफ्ते के अंत में ऐसे ही प्रदर्शन के तहत घोर प्रांत में सैकड़ों महिलाएं सड़क पर हथियारों के साथ उतरीं और तालिबान के खिलाफ नारे लगाए।
द गार्डियन की एक रिपोर्ट के अनुसार ऐसे प्रदर्शन में हिस्सा लेने वालीं हलीमा पारास्तिस ने बताया, 'कुछ ऐसी महिलाएं शामिल थीं जो केवल सुरक्षाबलों को प्रोत्साहित करना चाहती हैं। इसमें मैं भी शामिल हूं। मैंने और कुछ दूसरी महिलाओं ने करीब एक महीने पहले गवर्नर से कहा था कि हम लड़ाई में हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं।'
महिलाओं के प्रति तालिबान के रूख के खिलाफ उठ रही आवाजें
दरअसल हाल के दिनों में तालिबान एक बार फिर तेजी से अपना प्रभाव बढ़ा रहा है। खासकर ग्रामीण अफगानिस्तान में सहित दर्जनों जिलों में अब एक बार फिर तालिबान हावी हो गया है। इसमें उत्तरी बडाकस्सान प्रांत भी है जो करीब 20 साल पहले तालिबान विरोध का बड़ा गढ़ था।
तालिबान जिन जगहों पर कब्जा जमाने में कामयाब रहा है वहां एक बार फिर महिलाओं की शिक्षा और उनके घूमने-फिरने पर बंदिश लगा दी गई है।
उत्तरी जोज्वान की रहने वाली और करीब 20 साल की एक महिला पत्रकार ने कहा, कोई महिला लड़ाई नहीं करना चाहती। मैं बस अपनी शिक्षा पूरी करना चाहती हूं और हिंसा से दूर रहना चाहती हूं लेकिन अब जो हालात बन रहे हैं उसने मुझे और दूसरी महिलाओं को खड़ा होने के लिए मजबूर किया है।
रिपोर्ट के अनुसार इस महिला ने हाल में प्रांत की राजधानी में एक जगह पर हथियारों चलाने और इसे संभालने संबंधी एक दिन का प्रशिक्षण भी लिया। नाम नहीं छापने की शर्त पर इस महिला ने कहा, 'मैं नहीं चाहती कि देश ऐसे लोगों के हाथ में हो जो महिलाओं के साथ उन लोगों जैसा सलूक करते हैं। हमने ये दिखाने के लिए बंदूक उठाया है कि अगर हमें लड़ना भी पड़े तो हम लड़ेंगे।'
वहीं घोर प्रांत के गवर्नर अब्दुलजाहिर फैजादा ने कहा कि प्रदर्शन में उतरी ज्यादाकर महिलाएं ऐसी हैं जो पहल भी तालिबान के खिलाफ युद्ध कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इन महिलाओं ने अपना बेटा, भाई खोया है और ये गुस्से में हैं। गवर्नर ने साथ ही कहा कि अगर काबुल की सरकार इजाजत दे तो जिन महिलाओं को हथियार का अनुभव नहीं है उन्हें वे प्रशिक्षण देंगे।