पीएम मोदी को प्रिंस मोहम्मद बिन जायद ने दिया सम्मान, UAE में ‘ऑर्डर ऑफ जायेद’ से सम्मानित, पुतिन और शी चिनफिंग भी नवाजे गए हैं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 24, 2019 04:05 PM2019-08-24T16:05:48+5:302019-08-24T16:05:48+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबुधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की ‘‘मजबूत’’ साझेदारी के सभी पहलुओं पर शनिवार को चर्चा की। मोदी का स्वागत करते हुए क्राउन प्रिंस ने अपने ‘‘भाई” का “अपने दूसरे घर” आने के लिए आभार जताया।
अबू धाबी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने यूएई के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया। पीएम मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ जायेद’ से नवाजा गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत एवं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों के लिये शनिवार को उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायेद’ से सम्मानित किया गया।
इससे पहले कई विश्व नेता इस सम्मान से नवाजे जा चुके हैं, जिनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय एवं चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने उनकी यात्रा से पहले एक बयान में कहा था, ‘‘इस पुरस्कार का नामकरण यूएई के संस्थापक शेख जायेद बिन सुल्तान अल नहयान के नाम पर किया गया है। इसका विशेष महत्व है क्योंकि शेख जायेद की जन्म शती वर्ष में प्रधानमंत्री को यह सम्मान दिया जाने वाला है।’’
भारत और यूएई के बीच गर्मजोशी से भरा, करीबी और बहुआयामी संबंध रहा है जो सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक रूप से भी जुड़ा है तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इससे पहले अगस्त 2015 में यूएई की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापक सामरिक भागीदारी भी बढ़ी।
यूएई ने अप्रैल में मोदी को देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजे जाने की घोषणा की थी। अबुधाबी के वलीअहद शहजादा मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान ने अप्रैल में एक ट्वीट कर बताया, ‘‘भारत के साथ हमारे ऐतिहासिक और व्यापक सामरिक संबंध रहे हैं, जिसमें मेरे अभिन्न मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहम भूमिका निभायी है।
उन्होंने इन संबंधों में और प्रगाढ़ता लाने का काम किया।’’ करीब 60 अरब अमेरिकी डॉलर के वार्षिक द्विपक्षीय कारोबार के साथ यूएई भारत का तीसरा बड़ा कारोबारी सहयोगी है। यह भारत के लिये तेल निर्यात करने वाला चौथा बड़ा निर्यातक देश है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मोदी की यात्रा से मैत्री द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘यूएई में भारतीय समुदाय के 33 लाख लोग रहते हैं, जिससे दोनों मित्र देशों के लोगों के बीच संपर्क पोषित हुआ।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबुधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की ‘‘मजबूत’’ साझेदारी के सभी पहलुओं पर शनिवार को चर्चा की। मोदी का स्वागत करते हुए क्राउन प्रिंस ने अपने ‘‘भाई” का “अपने दूसरे घर” आने के लिए आभार जताया।
Abu Dhabi: Prime Minister Narendra Modi conferred with Order of Zayed, UAE's highest civilian award by Crown Prince, Mohamed bin Zayed Al Nahyan. pic.twitter.com/tezAhEDtJU
— ANI (@ANI) August 24, 2019
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, “कई पीढ़ियों से हमारे संबंध हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद ने प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता की अगुवाई की। भारत-यूएई के बीच मजबूत समग्र रणनीतिक साझेदारी के सभी पहलुओं पर चर्चा की।”
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बीच संबंध में “नयी ऊर्जा” देखने को मिली। कुमार ने क्राउन प्रिंस के हवाले से कहा, ‘‘मैं शुक्रगुजार हूं कि मेरा भाई अपने दूसरे घर आया है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत अपनी ‘राजनीतिक स्थिरता और भरोसेमंद नीतियों’ के चलते आज दुनिया में निवेश का एक आकर्षक स्थल बन गया है। उन्होंने यूएई में रह रहे भारतीय समुदाय के उद्यमियों और करोबारियों से जम्मू-कश्मीर में निवेश की भी अपील की।
उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबुधाबी में प्रवासी भारतीय (एनआरआई) कारोबारियों की एक सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। प्रधानमंत्री ने विदेशों में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस समुदाय ने देश की आर्थिक वृद्धि में महती योगदान किया है।
Prime Minister Narendra Modi & United Arab Emirates Crown Prince, Mohamed bin Zayed Al Nahyan hold delegation-level talks in Abu Dhabi. pic.twitter.com/ocs9HNcoLS
— ANI (@ANI) August 24, 2019
उन्होंने भारत में आर्थिक अवसरों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘ निवेशकों को प्रेरित करने में राजनीतिक स्थिरता और भरोसेमंद नीतियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इन कारकों के चलते भारत आज दुनिया का एक आकर्षक निवेश स्थल बना गया है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार ने अपनी सभी नीतियां आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने, रोजगार सृजन के अवसर सृजित करने तथा मेक-इन-इंडिया को बल देने के लिये बनायी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बात पर भी ध्यान देते हैं कि निवेशकों को उनके निवेश पर अच्छी कमाई भी हो।’’ मोदी ने एनआरआई कारोबारियों से भारत में उपलब्ध निवेश अवसरों पर गौर करने की अपील करते हुए कहा कि देश में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां निवेश किया जा सकता है। उन्होंने विशेषकर जम्मू-कश्मीर में निवेश की अपील की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को दशकों से उपेक्षित रहा है। मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो ऐसे क्षेत्र हैं जहां विकास की अपार संभावनाएं हैं। लंबे समय से इन क्षेत्रों में कोई विकास-कार्य नहीं हुआ।
अब इन दोनों क्षेत्रों में निवेश के अनुकूल माहौल है। उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर में विकास की मुहिमों पर जोर देने से यह देश के विकास के इंजन को शक्ति देगा और इससे स्थानीय युवाओं के लिये रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।’’
भारत ने जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा पांच अगस्त को समाप्त कर दिया। इसके बाद क्षेत्र को दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभक्त कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने राज्य के लिए विशेष दर्जा का प्रावधान समाप्त किए जाने के बाद राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था कि सरकारी और निजी कंपनियों को प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे क्षेत्र में स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करें। उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख में दुनिया के सबसे बड़े पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने की संभावनाएं हैं।