Lok Sabha Elections 2024: "मायावती चुनाव नतीजे के बाद गठबंधन पर फैसला करेंगी", बसपा प्रमुख के भतीजे आकाश आनंद ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 26, 2024 12:49 PM2024-04-26T12:49:29+5:302024-04-26T12:54:19+5:30
बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने कहा मायावती चुनावी नतीजे देखने के बाद गठबंधन करने के संबंध में फैसला लेंगी।
नोएडा: बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने शुक्रवार को अपना वोट डाला और कहा कि पार्टी प्रमुख मायावती नतीजे देखने के बाद फैसला करेंगी कि बसपा किसी गठबंधन का समर्थन करेगी या नहीं।
बसपा प्रमुख के भतीजे आकाश ने कहा कि बसपा मौजूद समय में एनडीए और 'इंडिया' के अलग अकेले लड़ रही है क्योंकि वे पार्टी एनडीए या इंडिया के नीतिगत फैसलों के साथ खुद को नहीं जोड़ पा रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार आकाश आनंद ने कहा, "चुनाव के बाद गठबंधन के संबंध में पार्टी की ओर से मायावती फैसला करेंगी। हम अलग से लड़ रहे हैं क्योंकि चाहे वह इंडिया ब्लॉक हो या एनडीए, हम उनके नीतिगत फैसलों के साथ नहीं हैं। हमारा एजेंडा बहुत स्पष्ट है कि हम रोजगार के बारे में बात कर रहे हैं। शिक्षा हमारे लिए एक बड़ा मुद्दा है।"
उन्होंने इस बात पर भी जोर देते हुए कहा, "मायावती हमेशा उनके लिए उम्मीदवार रही हैं। बहुजन समाज चाहता है कि बहन जी पहली दलित प्रधानमंत्री बनें।"
बसपा नेता ने यह भी दावा किया कि जमीनी हालात देखने के बाद उन्हें विश्वास है कि नतीजे उनकी पार्टी के पक्ष में होंगे। उन्होंने कहा, "जमीन पर हम जो देख रहे हैं, उससे इस बार बहुत अच्छे नतीजे आने वाले हैं। आप सभी को वोट करना चाहिए। यह आपका अधिकार है। बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान ने आपको यह अधिकार दिया है।"
इस बीच बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने देश के किसानों, गरीबों और अन्य वंचित लोगों के लिए अच्छे दिन लाने के वादे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और पूछा कि उन बहुप्रचारित वादों का क्या हुआ और करोड़ों गरीबों की जान क्यों चली गई? एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक बदहाल बने हुए हैं?
मायावती ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ''आज देश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में खासकर गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं व अन्य वंचितों को यह सोचना होगा कि आपने बीजेपी के अच्छे दिन ला दिए लेकिन क्या हुआ? आपके लिए 'अच्छे दिन' लाने के उनके बहुप्रचारित और लुभावने वादे के बजाय, उनका जीवन इतना परेशान क्यों है?"
मालूम हो कि सबसे अधिक 80 सांसदों को संसद में भेजने वाले उत्तर प्रदेश में सभी सात चरणों में मतदान हो रहा है। पहले चरण का मतदान 13 अप्रैल को हुआ था और दूसरे चरण का मतदान जारी है।
इसके बाद, राज्य में एक बार फिर 7 मई और 13 मई को तीसरे और चौथे चरण में मतदान होगा। उत्तर प्रदेश के मतदाता भी क्रमशः 20 मई, 23 मई और 1 जून को पांचवें, छठे और सातवें चरण में मतदान करेंगे। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।