शेख हसीना पर अनिश्चितता के बीच बांग्लादेश ने भारतीय उच्चायोग में सेवारत दो राजनयिकों को कर्तव्यों से किया मुक्त, जानें मामला

By मनाली रस्तोगी | Updated: August 26, 2024 10:48 IST2024-08-26T10:44:08+5:302024-08-26T10:48:24+5:30

महमूद और सेन दोनों को उनके अनुबंध समाप्त होने से पहले अपने पद छोड़ने के लिए कहा गया था। इस महीने की शुरुआत में शेख हसीना को हिंसक भीड़ ने सत्ता से बेदखल कर दिया था, जिससे उनकी सुरक्षा को खतरा था।

2 Bangladeshi diplomats relieved of duties amid uncertainty over Sheikh Hasina | शेख हसीना पर अनिश्चितता के बीच बांग्लादेश ने भारतीय उच्चायोग में सेवारत दो राजनयिकों को कर्तव्यों से किया मुक्त, जानें मामला

शेख हसीना पर अनिश्चितता के बीच बांग्लादेश ने भारतीय उच्चायोग में सेवारत दो राजनयिकों को कर्तव्यों से किया मुक्त, जानें मामला

Highlightsबांग्लादेश के भारतीय उच्चायोग में सेवारत दो राजनयिकों को उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया है।यह कार्रवाई संकटग्रस्त देश की अंतरिम सरकार के आग्रह पर की गई थी। जिन लोगों को हटाया गया है उनमें प्रथम सचिव (प्रेस) शाबान महमूद और प्रथम सचिव (प्रेस) रंजन सेन शामिल हैं।

बांग्लादेश के भारतीय उच्चायोग में सेवारत दो राजनयिकों को उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई संकटग्रस्त देश की अंतरिम सरकार के आग्रह पर की गई थी। जिन लोगों को हटाया गया है उनमें प्रथम सचिव (प्रेस) शाबान महमूद और प्रथम सचिव (प्रेस) रंजन सेन शामिल हैं।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, यह आदेश 17 अगस्त को लागू हुआ। महमूद और सेन दोनों को उनके अनुबंध समाप्त होने से पहले अपने पद छोड़ने के लिए कहा गया था। इस महीने की शुरुआत में शेख हसीना को हिंसक भीड़ ने सत्ता से बेदखल कर दिया था, जिससे उनकी सुरक्षा को खतरा था। यह घटना सरकारी नौकरियों में कोटा के खिलाफ हफ्तों तक चले हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद हुई।

वह एक सैन्य हेलिकॉप्टर से नई दिल्ली भाग गईं क्योंकि उन्हें अपनी जान का डर था। उनके जाने के बाद गुस्साई भीड़ ने उनके आधिकारिक आवास पर हमला कर दिया और उनका सामान लूट लिया। शेख हसीना कथित तौर पर यूरोप में शरण मांग रही थीं। हालांकि, कई प्रशासनों ने कथित तौर पर उसे कानूनी कार्रवाई से छूट देने से इनकार कर दिया। हालांकि, उनके बेटे ने इन रिपोर्ट्स का खंडन किया।

ढाका में हिंसा और अनिश्चितता के बीच नई दिल्ली ने देश से गैर-जरूरी कर्मचारियों और राजनयिकों के परिवारों को बाहर निकाला। इस महीने की शुरुआत में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द कर दिया था।

देश के गृह मंत्रालय के सुरक्षा सेवा प्रभाग ने घोषणा की कि शेख हसीना, उनके सलाहकारों, पूर्व कैबिनेट सदस्यों और हाल ही में भंग हुई 12वीं जातीय संसद के सभी सदस्यों के साथ-साथ उनके जीवनसाथियों का राजनयिक पासपोर्ट तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया जाएगा। शेख हसीना फिलहाल भारत में सुरक्षित घर में हैं। हालांकि, उसका भविष्य अनिश्चित है।

द डेली स्टार अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी सूत्रों के अनुसार, शेख हसीना के पास अब रद्द किए गए राजनयिक पासपोर्ट के अलावा कोई अन्य पासपोर्ट नहीं है। भारतीय वीज़ा नीति के तहत राजनयिक या आधिकारिक पासपोर्ट रखने वाले बांग्लादेशी नागरिक वीज़ा-मुक्त प्रवेश के लिए पात्र हैं और देश में 45 दिनों तक रह सकते हैं। 

शनिवार तक हसीना पहले ही भारत में 20 दिन बिता चुकी हैं, और उनके कानूनी प्रवास की घड़ी भी धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। 

Web Title: 2 Bangladeshi diplomats relieved of duties amid uncertainty over Sheikh Hasina

विश्व से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे