जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को रद्द करने का प्रस्ताव लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में पारित हो गया है। लोकसभा में आज (6 अगस्त) जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने को लेकर पूरे दिन बहस छिड़ी। पक्ष और विपक्ष दोनों ने अपनी बात रखी। लेकिन इस बीच लोकसभा में एक किताब का जिक्र हुआ, जो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने 'फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे' (Fifty Shades of Grey) किताब का जिक्र किया। जो सुर्खियों में आ गया। 'फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे' एक रोमांटिक नॉवेल है। जिसे ब्रिटिश लेखिका एरिका लिओनार्ड जो ईएल जेम्स के नाम से फेमस हैं उन्होंने लिखी है।
आर्टिकल 370 को रद्द के राष्ट्रपति आदेश और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पर लोकसभा में चर्चा के दौरान मनीष तिवारी ने कहा, आर्टिकल 370 हटाने का फैसला सही है या गलत, यह साफ-साफ कहना आसान नहीं है।
बहस के दौरान ही मनीष तिवारी ने कहा, 'एक अंग्रेजी की किताब है। हर चीज काली और सफेद नहीं होती। देअर आर फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे इन बिटवीन।(there are 50 shades of grey in between)
मनीष तिवारी के कहने का मतलब था कि काली और सफेद के बीच पचासों रंग होते हैं। यानी, हर चीज को सही या गलत नहीं ठहराया जाता है क्योंकि सही और गलत के बीच भी बहुत सी चीजें होती हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में सवाल किया था कि अनुच्छेद 370 को खत्म करने पर कांग्रेस ने अपनी राय नहीं दी है। जिसका जवाब देते हुये 'फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे' किताब का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हर चीज गलत और सही नहीं होती है। बगैर जम्मू-कश्मीर की संविधान सभा की अनुमति के आप धारा 370 को खारिज नहीं कर सकते।
मनीष तिवारी के लोकसभा में 'फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे' किताब को लेकर दिये बयान पर सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना हुई। लोगों का कहना है कि कांग्रेस के नेताओं को पता ही नहीं है कि उन्हें कब क्या बोलना है। आप भी देखें कुछ ट्वीट
फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे नॉवेल साल 2011 में प्रकाशित हुई थी। यह नॉवेल रोमांटिक है, जिसमें तरह-तरह की सैक्शुअल फैंटसीज के बारे में लिखा गया है। इस किताब पर हॉलीवुड में फिल्में भी बनी है।