आईएसआईएस सरगना बगदादी को 'धार्मिक स्कॉलर' लिखने के बाद वाशिंगटन पोस्ट ट्विटर पर जमकर ट्रोल हो रहा है। हालांकि अब इस खबर की हेडिंग बदल दी गई है लेकिन आलोचकों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। वाशिंगटन पोस्ट ने धार्मिक स्कॉलर को बदलकर 'एक्सट्रीमिस्ट लीडर ऑफ इस्लामिक स्टेट' कर दिया है।
वाशिंगटन पोस्ट के इस रुख पर पत्रकारों, नेताओं और राष्ट्रपति ट्रंप के सहयोगियों ने गुस्सा जाहिर किया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी सीन स्पाइसर ने लिखा, 'एक क्रूर, हिंसक आतंकी जिसने हमारे देश को धमकी दी और कई अमेरिकी नागरिकों की मौत का जम्मेदार है उसे यूएस मिलिट्री ने एक ऑपरेशन में मार गिराया। लेकिन वाशिंगटन पोस्ट बगदादी को एक धार्मिक विद्वान मानता है।' व्हाइट हाउस के वर्तमान प्रेस सेक्रेटरी स्टीफन ग्रीशम ने कहा कि मेरे पास शब्द नहीं हैं।
टिम यंग नाम के यूजर ने लिखा कि वाशिंगटन पोस्ट अमेरिकी राष्ट्रपति से ज्यादा एक आतंकवादी को सम्मान दे रहा है।
वाशिंगटन पोस्ट की वाइस प्रेसिडेंट क्रिस्टिन केली ने एक बयान में कहा कि शीर्षक को उस तरह से नहीं पढ़ा जाना चाहिए था और हमने उसे फौरन बदल दिया।
भारत में भी इस खबर के लिए वाशिंगटन पोस्ट को ट्रोल किया जा रहा है। राम नाम के यूजर ने लिखा कि जिस तरह के लोगों को नौकरी पर रखा जा रहा है वो आंतकियों के साथ मानवता ही दिखाएंगे।
गौरतलब है कि आईएसआईएस का संस्थापक और सरगना अबू बकर अल बगदादी मारा गया। इस्लामिक स्टेट दुनिया का सबसे क्रूर और हिंसक आतंकी संगठन है। अमेरिका कई वर्षों से बगदादी की तलाश कर रहा था। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने उपराष्ट्रपति माइक पेंस और शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ व्हाइट हाउस से अभियान का सीधा प्रसारण देखा। स्थानीय समयानुसार शाम पांच बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन का नाम 'मिशन अब्लीटरेशन' और बगदादी का कोडनेम 'जैकपॉट' रखा गया था।