Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हुए अब दो साल होने वाले हैं। इस जंग में दोनों ही देश लाखों का संख्या में सैनिक गंवा चुके हैं। संसाधनों की भारी क्षति हुई है और कई शहर पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। रूसी सेनाएं यूक्रेन के अंदर पिछले कई महीनों से डेरा जमाए हैं। इस समय भी रूसी और यूक्रेनी सेनाएं कई मोर्चों पर आमने सामने डटी हुई हैं।
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक जंगल में मोर्चे पर डटे रूसी और यूक्रेनी सैनिक एक ही गाना गाते सुने जा सकते हैं। बर्फ से ढकी अग्रिम पंक्ति पर फिल्माए गए फुटेज में रूसी और यूक्रेनी सैनिकों को द्वितीय विश्व युद्ध का एक प्रिय प्रेम गीत "कत्यूषा" गाते हुए सुना जा सकता है।
हालांकि वीडियो की प्रामाणिकता संदिग्ध बनी हुई है, लेकिन गाने के साझा सांस्कृतिक महत्व के कारण यह चर्चा में है। सोवियत कवि मिखाइल इसाकोवस्की द्वारा लिखित और मैटवे ब्लैंटर द्वारा रचित "कत्यूषा" एक युवा महिला की मार्मिक कहानी बताती है जो दूर देश में लड़ रहे अपने सैनिक प्रेमी की तलाश में है। सोवियत काल के दौरान, यह गाना यू.एस.एस.आर. के 15 गणराज्यों में सैनिकों के लिए एक शक्तिशाली गान के रूप में कार्य करता था। सोवियत संघ के सैनिक लड़ाई के मोर्चे पर ये गाना बड़ी शिद्दत से गाते थे। रूस और यूक्रेन दोनों देशों में पुरानी पीढ़ियों की यादें इस गाने से जुड़ी हुई हैं।
जंग थमने के कोई आसार नहीं
लंबे समय से जारी इस जंग के थमने के आसार नहीं दिख रहे हैं। दोनों देश एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं। हाल ही में यूक्रेनी बलों के हवाई हमले से क्रीमिया में रूसी नौसेना का एक पोत क्षतिग्रस्त हो गया। फियोदोसिया शहर में स्थित बंदरगाह पर खड़े पोत ‘नोवोचेरकास्क’ को योजनाबद्ध तरीके से निशाना बनाया गया। जवाब में रूसी वायुसेना ने यूक्रेन के दो लड़ाकू विमानों को नष्ट कर दिया।