मंच पर चढ़ केरल के सीएम से भिड़े इतिहासकार इरफान हबीब, ट्विटर पर ट्रेंड हुए #आरिफ मोहम्मद खान, जानें रिएक्शंस
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: December 29, 2019 01:29 PM2019-12-29T13:29:11+5:302019-12-29T13:32:25+5:30
राज्यपाल ने इतिहासकार पर अपने एडीसी और सुरक्षा अधिकारी को धक्का देने का भी आरोप लगाया। राज्यपाल ने कहा कि हबीब ने संशोधित नागरिकता कानून को लेकर कुछ मुद्दे उठाए थे लेकिन जब मैंने उन मुद्दों पर अपनी बात रखनी चाही तो वह मंच पर ही अपनी सीट से उठे और शारीरिक तौर पर मुझे रोकने की कोशिश की।
भारतीय इतिहास कांग्रेस के 80वें सत्र के दौरान शनिवार (28 दिसंबर) को केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से इतिहासकार इरफान हबीब कथित तौर पर मंच पर भिड़ गए। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के ट्विटर हैंडल से इरफान हबीब की सुरक्षाकर्मियों से उलझते हुए तस्वीर ट्वीट की गई है। इस पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया पर काफी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के नाम का हैशटेग ट्रेंड कर रहा है।
बता दें कि घटना कन्नूर विश्वविद्यालय की है। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भारतीय इतिहास कांग्रेस (आईएचसी) के 80वें अधिवेशन का उद्घाटन कर भाषण दे रहे थे। वह कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। मंच से जब उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन के बारे में बोलना शुरू किया तो प्रेक्षागृह में आगे की पंक्ति में बैठे कुछ प्रतिनिधियों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया। इस दौरान इतिहासकार इरफान हबीब मंच पर चढ़ राज्यपाल का विरोध करने लगे।
खान ने तस्वीरों के साथ एक के बाद एक किये गए ट्वीट में कहा कि कन्नूर में भारतीय इतिहास कांग्रेस के दौरान मंच और श्रोताओं द्वारा उनके भाषण को बाधित करने के प्रयास किये गए। एक अन्य ट्वीट में कहा गया कि हबीब ने मौलाना अबुल कलाम आजाद को उद्धृत करने के खान के अधिकार पर सवाल उठाए और चिल्लाते हुए कहा कि उन्हें गोडसे को उद्धृत करना चाहिए।
राज्यपाल के कार्यालय ने कहा, “वह तो केवल पिछले वक्ताओं के द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर प्रतिक्रिया देकर संविधान की रक्षा के अपने दायित्व को पूरा कर रहे थे। लेकिन दूसरे मत के प्रति असहिष्णुता के कारण मंच और श्रोताओं द्वारा भाषण को बाधित करने की कोशिश अलोकतांत्रिक है।”
Inaugural meet of Indian History Congress does not raise controversies. But at 80th session at Kannur university, Shri Irfan Habib raised some points on CAA. But, when Hon'ble Governor addressed these points, Sh.Habib rose from seat to physically stop him, as clear from video pic.twitter.com/mZrlUTpONn
— Kerala Governor (@KeralaGovernor) December 28, 2019
राज्यपाल ने इतिहासकार पर अपने एडीसी और सुरक्षा अधिकारी को धक्का देने का भी आरोप लगाया। राज्यपाल ने कहा कि हबीब ने संशोधित नागरिकता कानून को लेकर कुछ मुद्दे उठाए थे लेकिन जब मैंने उन मुद्दों पर अपनी बात रखनी चाही तो वह मंच पर ही अपनी सीट से उठे और शारीरिक तौर पर मुझे रोकने की कोशिश की। यह वीडियो में पूरी तरह से साफ दिख रहा है।
बता दें कि इस घटनाक्रम के बाद सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं लेकिन ट्विटर पर ज्यादातर प्रतिक्रियाओं में केरल के राज्यपाल का समर्थन किया जा रहा है।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता छीनने का इनका इतिहास पुराना है।अभी भी इमरजेन्सी का दौर याद है।#ArifMuhammadKhanhttps://t.co/9Ceumejwyb
— पंडित क़ाएम चतुर्वेदी (@qaem_mehdi) December 29, 2019
well done #ArifMuhammadKhan
— Harshvardhan (@hvbalyan) December 29, 2019
#ArifMuhammadKhan is a rare personality in Indian politics.
— Dharmarajan (@iamdharmarajan2) December 29, 2019
He addressed #IrfanHabib as Shri even after #IrfanHabibGoneNuts to attack him on a public stage.
He resigned when Rajiv Gandhi appeased Muslims in Shah Bano episode.
#ArifMuhammadKhan
— Sabrina Jaiswal (@JaiswalSabrina) December 29, 2019
We are proud of having nationalists like him. pic.twitter.com/LwL3EuOOuI
A good muslim like👉 #ArifMuhammadKhan is hated by our liberals. Why?. Is it bcoz he was appointed as governor by BJP?.
— Vasanthi9k (@vasanthi9k) December 29, 2019
#IrfanHabib को अगर कुछ गलत लगा था तो उन्हें उनके बाद कह देना चाहिए था, परंतु राज्यपाल को बोलने से रोकना और फिर अभिव्यक्ति की आज़ादी की बात करना जायज़ नहीं है। #Kerala#ArifMuhammadKhan#MaulanaAbdulKalamAzad
— पगडंडी (Vikas) 🎤🇮🇳 (@vikaskipagdandi) December 29, 2019
From Gandhi to Nehru promised Shelter to persecuted Hindus of Pakistan and Bangladesh but its only Modi who had courage to implement it. #ArifMuhammadKhan is openly supporting #CAA_NRC_support
— Makarand Says🇳🇵💯%FOLLOW BACK🇳🇵 (@Makarand_Says) December 29, 2019
hence Fiberals like #IrfanHabib are physically heckling him pic.twitter.com/8aiQKYCIX3
#ArifMuhammadKhan
— Prince Ji (@PrinceJ98518118) December 29, 2019
More power to you sir🇮🇳
India wants more public intellectuals like you. #ISupportCAA_NRC
A true man doing his duty
Jai hind🇮🇳 @arifmohdkha