हैदराबाद के दिशा (बदला हुआ नाम) गैंगरेप और हत्याकांड के सभी चारों आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के बाद साइबराबाद पुलिस आयुक्त वी सी सज्जनर सोशल मीडिया पर हीरो बन गए हैं। वी सी सज्जनर एनकाउंटर टीम का नेतृत्व कर रहे थे। सोशल मीडिया पर इस एनकाउंटर से लेकर जितने भी ट्रेंड चल रहे हैं, सबके साथ वी सी सज्जनर की तस्वीर शेयर की जा रही है। जिस तरीके से सोशल मीडिया पर वी सी सज्जनर छाए हुए हैं, उसको देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि वह सच में आज के हीरो बन गए हैं। वी सी सज्जनर एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते हैं।
वी सी सज्जनर का एनकाउंटर को अंजाम देने का पुराना इतिहास रहा है। 11 साल पहले भी इसी से मिलता-जुलता पुलिस एनकाउंटर किया गया था। साल 2008 में तेलंगाना के वारंगल में इससे पहले जब एक कॉलेज गर्ल के ऊपर तेजाब छिड़का गया था, तब भी वहां पर काफी विवाद हुआ था। लेकिन कुछ ही समय बाद 3 आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया था। हिरासत में रहने के दौरान तीनों आरोपियों पर पुलिस वालों पर हमला कर दिया था लेकिन बाद में पुलिस के साथ एनकाउंटर में आरोपी ढेर हो गए।
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जानें पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनर के बारे में कुछ बातें
हैदराबाद में बतौर पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनर डेढ़ साल पहले 14 मार्च 2018 को कमान संभाली थी। वी सी सज्जनर माओवादियों के एनकाउंटर में शामिल रह चुके हैं। वह टीम का हिस्सा थे। वी सी सज्जनर 1996 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं। वीसी सज्जनार का एनकाउंटर को अंजाम देने का पुराना इतिहास रहा है। उनकी छवि एक ईमानदार पुलिस की है।
27 नवंबर की रात हैदराबाद की महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत
चारों आरोपियों में मुख्य आरोपी का नाम मोहम्मद आरिफ है। 26 वर्षीय मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ एक लॉरी ( ट्रक जैसी गाड़ी) चालक था। शिवा (20), एक ट्रक में ड्राइवर और क्लीनर के रूप में काम करता था, जबकि चिंताकुंता (20) और नवीन (20) दूसरे ट्रक में काम करते थे। आरोपियों के परिजनों ने भी मांग की थी कि उनके बेटे को सख्त से सख्त सजा दी जाए। एक आरोपी की मां ने तो अपने बेटे को फांसी देने की मांग की थी।
27 नवंबर की रात हैदराबाद की 26 वर्षीय महिला डॉक्टर का गैंगरेप और हत्या कर जला दिया गया था। 28 नवंबर की सुबह हाईवे-44 के एक ब्रिज के नीचे पीड़िता की लाश मिली थी।