बलिया: यूपी विधानसभा चुनाव के तहत प्रचार कर रहे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की बलिया की रैली में मंगलवार को अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब एक युवक अखिलेश यादव जिन्दाबाद के नारे लगाने लगा। राजनाथ सिंह जिले के सिकंदरपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार संजय यादव के समर्थन में बंशीबाजार गांव में एक चुनावी सभा को सम्बोधित कर रहे थे। इसी दौरान यह सबकुछ हुआ।
राजनाथ सिंह का भाषण जब खत्म होने वाला था, उससे कुछ मिनट पहले एक युवक ने ‘गरीबों का मसीहा अखिलेश यादव जिंदाबाद’ के नारे लगाए। इस नारेबाजी को देखकर सभा में मौजूद लोग युवक की तरफ बढ़े तो राजनाथ सिंह ने कहा कि 'इस युवक को छोड़ दिया जाए। कोई कुछ भी न करे।' इस बीच पुलिस उपाधीक्षक राजेश तिवारी ने बताया कि रक्षामंत्री के भाषण के दौरान 'अखिलेश यादव जिंदाबाद' का नारा लगाने वाले युवक की शिनाख्त अंगद यादव के रूप में की गई है।
युवकों ने उठाया सेना में भर्ती का मुद्दा
इसी रैली में कुछ अन्य युवकों ने भी सेना में भर्ती न होने का मुद्दा उठाकर राजनाथ सिंह के भाषण में व्यवधान पैदा किया। रक्षामंत्री जब मोदी सरकार द्वारा किये गए कार्यो का उल्लेख कर रहे थे कि तभी कुछ युवक मीडिया गैलरी के करीब आ गए और सेना में भर्ती न होने का मसला जोर-शोर से उठाया। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि भर्ती निकाली जा रही है। राजनाथ सिंह के आश्वासन के बाद भी जब युवकों ने तीन साल से भर्ती लटकने की बात कही तो रक्षामंत्री ने कहा, 'इस मसले पर मेरी पूरी वेदना है, कठिनाई को समझ रहा हूं। कोरोना महामारी के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। सौ साल में ऐसी महामारी से पहली बार हम जूझ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्माई कार्यो के कारण आज दुनिया में भारत की कोरोना से निपटने को लेकर प्रशंसा हो रही है।'
कांग्रेस, सपा और बसपा पर नफरत पैदा करने का आरोप
राजनाथ सिंह ने चीन से विवाद को लेकर विपक्षी दलों पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए रैली में कहा कि सभी राजनीतिक दलों को देश की एकता एवं अखंडता को बनाये रखने के साथ ही सुरक्षा के मसले पर दलगत भावना से ऊपर उठकर एक साथ खड़े होना चाहिए।
उन्होंने कांग्रेस, सपा और बसपा पर नफरत पैदा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने घृणा की राजनीति को पैदा किया और सपा ने इसे आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा, 'हम नफरत की राजनीति नहीं करते और न ही जात-पात के आधार पर भेदभाव करते हैं।'