तमिलनाडुः कहत हैं कुत्ते काफी वफादार होते हैं। उनकी वफादारी के कर्ज तले इंसान दबा रहता है। इसके दुनिया में कई उदाहरण देखने-सुनने को मिल जाएंगे। हालांकि पालतू कुत्तों से इंसानी लगाव के किस्से कहानियां भी कम नहीं हैं। ऐसा ही कुछ तमिलनाडु के शिवगंगा में देखने को मिला, जहां एक 82 वर्षीय बुजुर्ग ने अपने पालतू से इतनी मोहब्बत करता था कि उसके मरने के बाद उसकी याद में मंदिर ही बनवा डाला।
शिवगंगा के 82 वर्षीय व्यक्ति मुथु ने यह मंदिर अपने पालतू कुत्ते टॉम की याद में मंदिर बनवाया। मुथु एक सरकारी कर्मचारी के पद थे जो अब रिटायर्ड हो चुके हैं। उन्होंने शिवगंगा जिले के मनामदुरै के पास अपने कुत्ते की याद में यह मंदिर बनवाया है। बकौल मुथु, ''मुझे अपने बच्चे से ज्यादा अपने कुत्ते से प्यार है। टॉम 2010 से मेरे साथ थे लेकिन 2021 में उनका निधन हो गया। मेरे दादा-दादी और पिता सभी कुत्ते से प्यार करते थे।"
टॉम की पिछले साल बीमार के कारण मौत हो गई। उपचार के बावजूद भी उसकी सेहत में सुधार नहीं हुआ और अंततः जनवरी 2021 में टॉम मुथु के परिवार से हमेशा के लिए दूर चला गया। टॉम के मरने के बाद मुथु का पूरा परिवार सदमे था। उसकी यादों को ताजा रखने के लिए मुथु ने अपने खेत में ही उसका एक मंदिर बनवा दिया। इसमें कुल 80 हजार खर्च हुए।
टॉम एक लैब्राडोर प्रजाति का कुत्ता था जो 11 साल पहले मुथु के परिवार का हिस्सा बना था। मुथु के भतीजे मनोज कुमार ने बताया कि इसे उसके भाई ने खरीदा था लेकिन जल्द ही इसे उसके चाचा (मुथु) को सौंप दिया। टॉम की मौत से पूरा परिवार ही दुखी है। मुथु का पूरा परिवार अब टॉम के मंदिर में उसके मनपसंद भोजन को अर्पित करता है और उसकी पूजा-अर्चना करता है। मंदिर में टॉम की प्रतिमा संगमरमर की लगी हुई है।