'लक्ष्मी इकोनॉमी बचाएंगी, तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण क्या करेंगी', बयान पर चौतरफा घिरे सुब्रमण्यम स्वामी, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
By पल्लवी कुमारी | Published: January 16, 2020 01:09 PM2020-01-16T13:09:53+5:302020-01-16T13:09:53+5:30
राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने इंडोनेशिया में नोटों पर भगवान गणेश की प्रतिमा छपी होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर पत्रकारों से कहा, ''मैं तो कहता हूं कि (भारतीय नोट) पर लक्ष्मी का चित्र होना चाहिए। गणपति विघ्नहर्ता हैं, लेकिन देश की करेंसी को सुधारने के लिए लक्ष्मी का चित्र हो सकता है और किसी को इसमें बुरा नहीं लगना चाहिए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने केन्द्र सरकार को सलाह दी है कि देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए नोटों पर धन की देवी लक्ष्मी जी का चित्र छापा जाए। अपने इस बयान को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ट्विटर पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं। कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर कहा है, 'आपने क्या सोचा था कि देश के इकॉनोमिस्ट अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कोई आइडिया देंगे, लेकिन वह तो नोट बदलने की बात करते हैं। माता लक्ष्मी इस तरह का काम करके अर्थव्यवस्था को ठीक कर देंगी तो लेकिन फिर वित्त मंत्री क्या काम करेंगी?' सिर्फ अभिषेक मनु सिंघवी ने ही नहीं कई ट्विटर यूजर्स ने स्वामी के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कई लोगों ये तो यह भी लिखा है कि सुब्रमण्यम स्वामी से ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी।
You thought the premiere economist of the RW economy groups would have a better solution than changing the face of bank notes. Goddess Lakshmi would save the economy without being patronised in this manner but then what is the FM's job?#SubramanianSwamy
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) January 16, 2020
स्वामी ने इंडोनेशिया में नोटों पर भगवान गणेश की प्रतिमा छपी होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर पत्रकारों से कहा, ''मैं तो कहता हूं कि (भारतीय नोट) पर लक्ष्मी का चित्र होना चाहिए। गणपति विघ्नहर्ता हैं, लेकिन देश की करेंसी को सुधारने के लिए लक्ष्मी का चित्र हो सकता है और किसी को इसमें बुरा नहीं लगना चाहिए।''
देखें लोगों की प्रतिक्रिया
If all that was needed was a photo of Lakshmi then why did #SubramanianSwamy have us wait 8 years
— Raghav Chopra (@RaghavChopra_) January 16, 2020
We would've already beaten US and China by now pic.twitter.com/hGZjkGtkuE
Goddess Lakshmi on banknotes will improve the economy the same way pouring water on a plastic globe solved global warming. #SubramanianSwamy
— Sangita (@Sanginamby) January 16, 2020
Dude! What kind of grass you are smoking! Such hallucination! Swamy is such a trippy! #SubramanianSwamy, you finally proved of worthy finance Minister in andh bhakts world! Shame you. https://t.co/nYy4wNjIpQ
— Devraj Porichha (@dave__d_) January 16, 2020
BJP's idea of making India super power:
— Finding Logic in Bhakts Logic (@ConfuseForever) January 16, 2020
1. Science - Do cow dung research
2. Economy - Put laxmi photo on currency for good luck
3. Education - Reduce budget for education because schools are anyways not imp.
BJP is awesome! #Rupee#SubramanianSwamy
सुब्रह्मण्यम स्वामी कहते हैं कि भारतीय नोटों पर लक्ष्मी जी की तस्वीर लगाने से उसकी हालत में सुधार होगा।
— Shadab Alam (@ShadabA111) January 16, 2020
रोज़गार सुधार के लिए क्या स्वामी जी? इसके लिए तो हमारे पास "रोज़गार देवता" भी नहीं है शायद ।
अगर है, तो उनसे सिफारिश करके हमे रोज़गार दिला दो।#SubramanianSwamy
ट्विटर पर इस बात को लेकर बहस भी छिड़ गई है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि अगर सुब्रमण्यम स्वामी नोटों पर देवी लक्ष्मी जी की फोटो चाहते हैं तो इसमें बुरा क्या है।
#SubramanianSwamy
— H.Kartik Arun (@HKA_2017) January 16, 2020
If Indonesia can improve the economy by printing Lord Ganesha in their currency notes, why cannot we do it with Goddess Lakshmi for Bharat?? Might as well print a few verses of Sri suktam in it, very powerful! 🙏🙏
#SubramanianSwamy was asked
— धैर्या (@LuthraDhairya) January 16, 2020
“If you were to suggest following Indonesian practice for the rupee which God you will choose?”
To Which he Replied:
Goddess Lakshmi on notes may Improve condition of Rupee
People should understand the basis before commenting like headless chickens
#SubramanianSwamy
— Mr.Akki (@AkkiPaliwal01) January 16, 2020
Interesting fact
The Country is Indonesia which had Hindu deity picture in their bank notes some time back . The 1952 series of 10 and 1000 rupiah had Hindu deity sculpture on it . 1998 series of 20000 rupiah had sculpture of Hindu deity Ganesha on it . pic.twitter.com/hooeIObRie
I strongly support view of #SubramanianSwamy for having picture of Goddess of wealth Lakshmi on currency notes.After independence we followed the practice of USA or UK in designing our bank notes.Indonesia has picture of Lord Ganesha on its notes despite being an Islamic country. pic.twitter.com/YfkfInIkXI
— Abhishek Mishra 🇮🇳 (@IamAPahadi) January 16, 2020
#SubramanianSwamy, लक्ष्मीजी जो हमारी प्रमुख आराध्या देवी हे, उनकी नहीं तो क्या सोनिया गांधी की फोटो लगाएंगे?, जय हिन्द।
— Rekha Humble (@HumbleRekha) January 16, 2020
यहां पढ़े राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी का पूरा बयान
राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने इंडोनेशिया में नोटों पर भगवान गणेश की प्रतिमा छपी होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर पत्रकारों से कहा, ''मैं तो कहता हूं कि (भारतीय नोट) पर लक्ष्मी का चित्र होना चाहिए। गणपति विघ्नहर्ता हैं, लेकिन देश की करेंसी को सुधारने के लिए लक्ष्मी का चित्र हो सकता है और किसी को इसमें बुरा नहीं लगना चाहिए।'' हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए नोटों पर लक्ष्मी जी की फोटो छापने के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही जवाब दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हिंदू और मुसलमान का डीएनए एक ही है। दोनों के वंशज भी एक ही हैं। इंडोनेशिया के मुसलमान मानते हैं कि हमारे वंशज एक ही हैं। स्वामी ने सवाल किया कि लेकिन इसे भारत का मुसलमान क्यों नहीं मान पाता। इस बात को साबित करने के लिए उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया के (20,000 के) नोट पर गणेश जी की फोटो इस बात को प्रमाणित भी करती है।
उन्होंने कहा कि हिंदू-मुस्लिम का डीएनए एक होने के बारे में ‘‘मैंने एआईएमआईएम अध्यक्ष एवं सांसद असदुद्दीन ओवैसी को एक टेलीविजन साक्षात्कार में कहा था कि हैदराबाद में माइक्रोबायोलॉजी लैब है, वहां जांच करा लो। मुसलमानों के पूर्वज हिंदू ही निकलेंगे।’’
स्वामी ने कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार एक समान संस्कृति बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है जो न्यायसंगत है। उन्होंने दावा किया, ‘‘निकट भविष्य में हम समान नागरिक संहिता लाने वाले हैं।’’ उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री का मन हो जाए तो पांच मिनट में यह भी हो जाएगा। संविधान के अनुच्छेद 44 में इसका उल्लेख है। उच्चतम न्यायालय ने 70 साल में 10 बार कहा होगा, लेकिन पिछली किसी सरकार ने कदम नहीं उठाये।