राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर ली है। सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है, जिसका फैसला 8 नवंबर 2019 को सुनाया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या भूमि विवाद मामले में 40 दिन तक दलीलें सुनी। अयोध्या भूमि विवाद मामले में सुनवाई को लेकर ट्विटर पर कई तरह के हैशटैग चले। जिसके साथ कई पुराने वीडियो और पोस्ट वायरल हुए। इसी बीच बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी और एआईएमआईएम सुप्रीमो व सांसद असदुद्दीन औवेसी का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दोनों नेता अयोध्या भूमि विवाद मामले पर बात कर रहे हैं।
वीडियो को बॉलीवुड एक्ट्रेस पायल रोहतगी ने भी शेयर किया है। वीडियो एक चैनल का लाइव टीवी शो का है। वीडियो में वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम भी दिख रहे हैं। जो टीवी के शो के एंकर हैं। सुब्रमण्यम स्वामी और असदुद्दीन औवेसी योध्या भूमि विवाद पर डिबेट कर रहे हैं। हालांकि वायरल वीडियो में असदुद्दीन औवेसी का वर्जन तो नहीं दिखाया गया है। लेकिन सुब्रमण्यम स्वामीने राम मंदिर पर अपने विचार जरूर रखे हैं। सुब्रमण्यम स्वामी वीडियो में कहते दिख रहे हैं कि मस्जिद और मंदिर की बराबरी नहीं की जा सकती है।
सुब्रमण्यम स्वामी कहते हैं, ''वो (मुस्लिम पक्ष) कहते हैं कि बाबर ने इसको लिया और एडवेट पोजेशन के बाद से ये (विवादित जमीन) हमारी हो गई। अब एडवेट पोजेशन तब हो सकती है कि जब किसी ने विरोध नहीं किया। सालों-साल हिंदुओं ने इसका विरोध किया। कई लोग मारे गए। इसकी सारी डॉक्यूमेंटेशन है। जो मैंने भी सुप्रीम कोर्ट को भी दिए हैं।''
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वीडियो में आगे सुब्रमण्यम स्वामी कहते हैं, दूसरी बात है जो मूल बात है। ये बाबरी मस्जिद और राम मंदिर को बराबर देखते हैं। मैं कहता हूं कि आप राम मंदिर और बाबरी मस्जिद की तुलना ही नहीं कर सकते हैं, क्योंकि मस्जिद में नमाज पढ़ी जाती है और नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है। परन्तू रामलला जहां पैदा हुए थे, वो एक ही जगह है। वह है अयोध्या में। वो कहीं और नहीं जा सकती। इसलिए मंदिर बनेगी रामलला की तो वहीं बनेगी।
सुब्रमण्यम स्वामी कहते हैं, मस्जिद को तोड़ सकते हैं, कहीं और शिफ्ट कर सकते हैं, इस्लामिक लॉ के मुताबिक। लेकिन एक बार जब मंदिर बन गया तो उसे तोड़ा नहीं जा सकता है।