मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी रिश्तेदार संजय सिंह मसानी शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य को मुख्यमंत्री के तौर पर कमलनाथ की जरूरत है न कि चौहान की। मसानी चौहान की पत्नी साधना सिंह के भाई हैं।
मसानी प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ और राज्य के दूसरे वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में दिल्ली में पार्टी में शामिल हुए और कहा कि मध्य प्रदेश को कमलनाथ जैसे नेताओं की जरूरत है न कि चौहान जैसों की। राज्य में 28 नवंबर को चुनाव होना है।
जैसे ही संजय सिंह मसानी कांग्रेस में शामिल हुए, सोशल मीडिया पर #मामा_तो_गयो ट्रेंड करने लगा। इस #मामा_तो_गयो को कांग्रेस एमपी के अधिकारिक पेज पर पहली बार ट्वीट किया गया। जिसमें कांग्रेस ने संजय सिंह मसानी के बयान का वीडियो पोस्ट किया गया है।
इस वीडियो में मसानी ने कहा, ‘‘ मध्य प्रदेश को शिवराज सिंह चौहान की जरूरत नहीं है, बल्कि कमलनाथ की है। हम जानते हैं कि छिंदवाड़ा का विकास कैसे हुआ और इसकी पहचान कमलनाथ के साथ जुड़ी है। राज्य की पहचान भी उनके साथ जोड़ने की जरूरत है।’’ कमलनाथ छिंदवाड़ा से लोकसभा के सदस्य हैं।
‘नामदारों’ की कीमत पर ‘कामदारों’ को नजरअंदाज करने पर भाजपा पर बरसते हुए मसानी ने कहा कि उन्हें चौहान के परिवार के सदस्य के तौर पर पेश नहीं करना चाहिए, बल्कि सिर्फ उनका एक रिश्तेदार बताना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा नाम संजय सिंह मसानी हैं। मेरी वंशावली और गोत्र अलग है।’’
कांग्रेस एमपी के अधिकारिक पेज पर इसके बाद एक के बाद कई ट्वीट किए गए। जिसमें उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहन की कई गलतियां बताई। आप भी देखें कुछ ट्वीट
नेता दिग्विजय सिंह को भी उठानी पड़ी थी शर्मिंदगी
दिलचस्प है कि पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को 2004 में इसी तरह की शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी जब उनके भाई लक्ष्मण सिंह भाजपा में शामिल हो गए थे। हालांकि वह बाद में कांग्रेस में लौट आए।
शनिवार के घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रकोष्ठ की प्रमुख शोभा ओझा ने कहा कि यह चौहान सरकार के कुशासन की वजह से भाजपा में बैचेनी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि बीते 15 साल में सरकार ने बड़े वायदों के सिवाए महिलाओं, श्रम वर्ग, किसान, युवाओं और कारोबार के लिए कोई अहम काम नहीं किया।
ओझा ने दावा किया कि कुछ मंत्रियों, विधायकों और प्रतिष्ठित नेताओं समेत भाजपा के अन्य नेताओं का दम घुट रहा है और वे जल्द कांग्रेस में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री के बेटे कार्तिकेय चौहान ने कहा कि यह मसानी का निजी फैसला है।
उन्होंने कहा, ‘‘ वह मेरे मामा हैं। मैं उनका सम्मान करता हूं। इसलिए इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। यह उनका निजी निर्णय है।’’