नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों और महंगाई पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को एक फ्लाइट में ही सवाल-जवाब का सामना करना पड़ गया। वे दिल्ली-गुवाहाटी की फ्लाइट में सवार थीं। इसी फ्लाइट में कांग्रेस की महिला विंग की कार्यकारी अध्यक्ष नेटा डी'सूजा (Netta D'Souza) भी सवार थीं। फ्लाइट के लैंड होने के बाद जब सभी यात्री उतरने की तैयारी कर रहे थे, तभी कांग्रेस की नेता स्मृति ईरानी के करीब आ गईं और वीडियो ऑन कर पेट्रोल-डीजल सहित बढ़ती महंगाई पर सवाल दागने शुरू कर दिए।
बाद में कांग्रेस की नेता ने रिकॉर्ड किया वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट किया। वीडियो शेयर करते हुए डी'सूजा ने कैप्शन में लिखा, 'गुवाहाटी के रास्ते में मोदी के मंत्री स्मृति ईरानी जी से सामना हुआ। मैंने जब एलपीजी के बढ़ते दामों पर सवाल पूछा तो उन्होंने वैक्सीन, राशन और यहां तक गरीबों को जिम्मेदार ठहराया। देखिए ये वीडियो उन्होंने आम आदमी की परेशानी पर कैसी प्रतिक्रिया दी।'
इस वीडियो में नजर आता है कि यात्रियों के उतरने के समय कांग्रेस नेता स्मृति ईरानी से सवाल पूछती हैं। इस पर ईरानी कांग्रेस नेता से कहती हैं वे अन्य लोगों का रास्ता रोक रही हैं, उन्हें जानें दें। इसके बाद वे जवाब देते हुए कांग्रेस नेता को कहती हैं वे झूठ मत बोलें। वीडियो के आगे के हिस्से में दोनों नेता चलते हुए बातें करते नजर आते हैं।
इस बीच स्मृति ईरानी भी अपना कैमरा निकाल लेती हैं और सबकुछ रिकॉर्ड करने लगती हैं। इस बीच ईरानी ये भी कहती हैं कि जबरन उन्हें टोककर बहस की जा रही है।
बता दें कि हाल के दिनों में पेट्रोल की कीमतों में 16 दिनों में 115 गुना बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में कीमतों में 10 रुपये प्रति लीटर तक की वृद्धि हो चुकी है। दिल्ली में अब एक लीटर पेट्रोल 105.41 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, जबकि डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है।
मुंबई में पेट्रोल 120.51 रुप.े प्रति लीटर और डीजल 104.77 रुपये प्रति लीटर पर बेचा जा रहा है। इससे पहले कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के बावजूद ईंधन की दरें करीब चार महीने से अधिक समय से नहीं बढ़ी थीं। माना जा रहा है कि यूपी समेत पांच राज्यों में चुनाव के कारण ऐसा हुआ। नतीजे आने के कुछ दिनों बाद दम बढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ।
रूस-यूक्रेन युद्ध को कीमतों में वृद्धि को जिम्मेदार ठहराते हुए पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि भारत में वृद्धि अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी और श्रीलंका जैसे देशों की तुलना में केवल 5 प्रतिशत थी, वहीं इन दूसरे देशों में कीमतें 50 फीसदी तक बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि युद्ध के बाद भी भारत में पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी बहुत कम रही है।