नई दिल्ली: देश और दुनिया भर में जारी कोरोना महामारी के बीच भारत ने अमेरिका को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवाई की सप्लाई शुरू कर दी है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया के सामने इस दवा के लिए भारत के खिलाफ जिस धमकी भरे लहजे का इस्तेमाल किया उसकी जमकर आलोचना हो रही है।
वहीं, इस मामले में कांग्रेस नेता व सांसद शशि थरूर ने ट्वीट कर डोनाल्ड ट्रंप से यह सवाल किया है कि भारत ने तो आपको दवा दे दी है, लेकिन क्या कोरोना से लड़ने के लिए अमेरिका कोई वैक्सीन बना लेगा तो सबसे पहले भारत को देगा?
दरअसल, राहुल गांधी के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए थरूर ने ये सवाल पूछते हुए देश के पीएमओ व अमेरिकी राजदूत को टैग किया है।
इससे पहले भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दवाइयों को लेकर जवाबी कार्रवाई वाली बात पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर कहा, "वैश्विक मामलों में दशकों के अपने अनुभव में मैंने किसी राष्ट्राध्यक्ष या सरकार को दूसरे देश की सरकार को इस तरह खुलेआम धमकी देते हुए नहीं सुना है। मिस्टर राष्ट्रपति? भारत में जो हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन बनाती है वो "हमारी घरेलू आपूर्ति" के लिए है। यह आपके लिए आपूर्ति का विषय तब बनेगा जब भारत इस दवा को आपको बेचने का फैसला करता है।"
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा- 'दोस्ती पलटवार के लिए नहीं होती है।'
इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया। राहुल गांधी ने लिखा, ''दोस्ती पलटवार के लिए नहीं होती है। भारत को मुश्किल घड़ी में सभी देशों को मदद करनी चाहिए लेकिन जीवनरक्षक दवाइयों भारतीयों के लिए पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होनी चाहिए।''
ट्रंप की चेतावनी: भारत ने हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन का निर्यात नहीं किया तो हो सकती है जवाबी कार्रवाई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर भारत उनके निजी अनुरोध के बावजूद मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन के निर्यात की अनुमति नहीं देगा तो उसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई की जा सकती है। पिछले हफ्ते ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी है ताकि भारत अमेरिकी में हाइड्रोक्सी क्लोरीक्वाइन की बिक्री की इजाजत दे। इससे कुछ घंटे पहले ही भारत ने मलेरिया की इस दवा के निर्यात को प्रतिबंधित कर दिया था।