फिनलैंड की सोशल डेमोक्रेट पार्टी ने 8 दिसंबर को प्रधानमंत्री पद के लिए 34 वर्षीय पूर्व परिवहन मंत्री सना मरीन को चुना। सना मरीन इसी के साथ वह देश के इतिहास में सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गई हैं। इसके बाद वह रातों-रातों चर्चा में आ गईं। प्रधानमंत्री बनने के बाद मरीन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''हमें फिर से विश्वास बहाल करने के लिए काफी काम करना होगा।'' अपनी उम्र से संबंधी सवालों पर उन्होंने कहा, ''मैंने कभी अपनी उम्र या महिला होने के बारे में नहीं सोचा। मैं कुछ वजहों से राजनीति में आई और इन चीजों के लिए हमने मतदाताओं का विश्वास जीता।'' मरीन (34) दुनिया की सबसे युवा राष्ट्र प्रमुख बन गई है। उनके बाद यूक्रेन के प्रधानमंत्री ओलेक्सी होन्चारुक अभी 35 वर्ष के हैं।
सना मरीन का जन्म फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में 17 नवंबर 1985 को हुआ है। मारिन ने 19 साल की उम्र में पीरकला हाई स्कूल से पढ़ाई की है। उन्होंने प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ टंपेरे से ऐडमिनिस्ट्रेटिव साइंस में स्नातक किया है। सना मरीन अपने परिवार की पहली महिला हैं जो हायर एजुकेशन के लिए यूनिवर्सिटी गई थी। सना मरीन 2006 से डेमोक्रेट पार्टी के यूथ विंग में शामिल हो गईं थीं।
साल 2012 में सना मरीन ने टंपेरे शहर सिटी काउंसिल का चुनाव जीता था और सक्रिय राजनीति में आईं। 2013 से 2017 तक शहर के सिटी काउंसिल की चेयरपर्सन रही थीं। साल 2015 में वह संसद की सदस्य बनीं। 2019 में देश के ट्रांसपोर्ट और कम्यूनिकेशन मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी उसके बाद वह प्रधानमंत्री बनीं।
सना मरीन शादीशुदा हैं और उनको एक बच्चा भी है। सना मरीन की मां एक सिंगल मदर हैं। सना मरीन के पति मार्कस राइकोनेन एक बिजनेसमैन हैं। उनकी बेटी का नाम एम्मा है।
सना मरीन के प्रधानमंत्री बनने के बाद ट्विटर पर कई दिनों तक #SannaMarin टॉप ट्रेंड में रहा। इस ट्रेंड के साथ देखें लोगों की प्रतिक्रिया...