भारत सरकार द्वारा संशोधित नागरिकता कानून (CAA) लागू किए जाने को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान ही बेंगलूरु में मशहूर इतिहासकार रामचंद्र गुहा कन्नड़ में लिखी तख्ती लेकर प्रदर्शन करने खड़े हुए थे लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। रामचंद्र गुहा को हिरासत में ले जाने के बाद सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई वीडियो वायरल हुए।
जिस वीडियो में रामचंद्र गुहा को पुलिस वाले जबरन हिरासत में लेकर जा रहे हैं। उस वीडियो को शेयर कर लोग पुलिस वालों की आलोचना कर रहे हैं। शेखर गुप्ता ने वीडियो को शेयर कर लिखा, ये तस्वीरें भारत को आने वाले वक्त में शर्मसार करेगी। इनको देश में लोग एक जाने-माने शख्स के तौर पर देखते हैं और यह भी बेंगलूरु में हुआ है, जो देश का फेमस शहर है।
हिरासत में लिए जाने के बाद रामचंद्र गुहा ने कहा है कि वह पुलिस वालों के लिए सॉरी फील कर रहे हैं। रामचंद्र गुहा ने कहा है कि जिस देश में लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध नहीं करने दिया जा रहा है, वहां का आने वाला भविष्य कैसा होगा आप सोचिए।
61 वर्षीय रामचंद्र गुहा ने अपने हिरासत को लिए जाने के बाद कहा है कि यह "बिल्कुल अलोकतांत्रिक" था कि पुलिस भी शांतिपूर्ण विरोध, नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकार की अनुमति नहीं दे रही थी।
यूट्यूबर ध्रुव राठी ने वीडियो को शेयर कर कहा देखिए इतिहासकार रामचंद्र गुहा कितनी शांति से प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस वालों को वह भी नहीं देखा गया।
देखें प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 12 दिसंबर को नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019 को अपनी मंजूरी दे दी, जिसके बाद यह एक कानून बन गया है। इस कानून के अनुसार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के जो सदस्य 31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हैं और जिन्हें अपने देश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना पड़ा है, उन्हें गैरकानूनी प्रवासी नहीं माना जाएगा, बल्कि भारतीय नागरिकता दी जाएगी।