रामचंद्र गुहा को जबरन किस तरह ले गई पुलिस, वायरल हुआ वीडियो, इतिहाकार बोले- 'पुलिस वालों के लिए सॉरी फील कर रहा हूं'
By पल्लवी कुमारी | Published: December 19, 2019 03:44 PM2019-12-19T15:44:08+5:302019-12-19T15:44:08+5:30
नागरिकता संशोधन कानून विरोध: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी है। आज ( 19 दिसंबर) को लेफ्ट पार्टियों ने भारत बंद का ऐलान किया है, राजधानी दिल्ली से लेकर बेंगलुरु, हैदराबाद से लेकर मुंबई तक कई प्रदर्शन भी जारी हैं।
भारत सरकार द्वारा संशोधित नागरिकता कानून (CAA) लागू किए जाने को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान ही बेंगलूरु में मशहूर इतिहासकार रामचंद्र गुहा कन्नड़ में लिखी तख्ती लेकर प्रदर्शन करने खड़े हुए थे लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। रामचंद्र गुहा को हिरासत में ले जाने के बाद सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई वीडियो वायरल हुए।
जिस वीडियो में रामचंद्र गुहा को पुलिस वाले जबरन हिरासत में लेकर जा रहे हैं। उस वीडियो को शेयर कर लोग पुलिस वालों की आलोचना कर रहे हैं। शेखर गुप्ता ने वीडियो को शेयर कर लिखा, ये तस्वीरें भारत को आने वाले वक्त में शर्मसार करेगी। इनको देश में लोग एक जाने-माने शख्स के तौर पर देखते हैं और यह भी बेंगलूरु में हुआ है, जो देश का फेमस शहर है।
These visual will hurt India’s image for a very long time...
— Shekhar Gupta (@ShekharGupta) December 19, 2019
This is among India’s best known public intellectuals worldwide, and this is in Bengaluru, our most globalized city...
Somebody has to be NUTS to do this...
Brand India is being made to fray, super-quick.. https://t.co/KWnFGD1mj0
हिरासत में लिए जाने के बाद रामचंद्र गुहा ने कहा है कि वह पुलिस वालों के लिए सॉरी फील कर रहे हैं। रामचंद्र गुहा ने कहा है कि जिस देश में लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध नहीं करने दिया जा रहा है, वहां का आने वाला भविष्य कैसा होगा आप सोचिए।
61 वर्षीय रामचंद्र गुहा ने अपने हिरासत को लिए जाने के बाद कहा है कि यह "बिल्कुल अलोकतांत्रिक" था कि पुलिस भी शांतिपूर्ण विरोध, नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकार की अनुमति नहीं दे रही थी।
Historian Ram Guha detained by police for protesting peacefully...
— Dhruv Rathee (@dhruv_rathee) December 19, 2019
It's all caught on camera. A completely peaceful, unprovoked protest by a man of such an age and this is how police treats him👇pic.twitter.com/llR8IkO41S
यूट्यूबर ध्रुव राठी ने वीडियो को शेयर कर कहा देखिए इतिहासकार रामचंद्र गुहा कितनी शांति से प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस वालों को वह भी नहीं देखा गया।
देखें प्रतिक्रिया
This is shameful @CMofKarnataka that a world renowned scholar and historian of our country, Prof Ram Guha, is treated in this manner. Really disgusting. pic.twitter.com/9t9xgV4Rdc
— Om Thanvi (@omthanvi) December 19, 2019
This image will go down in history. Indian state v. Intellectuals. ( I don’t know the name of the photographer. Please let me know.) pic.twitter.com/wj9rvv84g4
— nikhil wagle (@waglenikhil) December 19, 2019
Incredibly proud of patriots protesting @Ram_Guha & @_YogendraYadav incredibly ashamed of @PMOIndia#CAA_NRC
— Swati Chaturvedi (@bainjal) December 19, 2019
Writer, historian Ram Guha being detained by police in Bangluru.
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) December 19, 2019
This is really bad. Condemn it.#CAA
pic.twitter.com/JNGobOK4AN
रामचंद्र गुहा ने कहा है कि केंद्र सरकार डरी हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे गृहमंत्री एक शांतिप्रिय प्रदर्शन के लिए अनुमति देने की हिम्मत नहीं करेंगे। हर किसी ने खड़े रहना चुना है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 12 दिसंबर को नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019 को अपनी मंजूरी दे दी, जिसके बाद यह एक कानून बन गया है। इस कानून के अनुसार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के जो सदस्य 31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हैं और जिन्हें अपने देश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना पड़ा है, उन्हें गैरकानूनी प्रवासी नहीं माना जाएगा, बल्कि भारतीय नागरिकता दी जाएगी।