राजनेता और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान को शंकर भगवान के रूप में दिखाए जाने से पाकिस्तान में विवाद हो गया है। पाकिस्तानी संसद के अध्यक्ष ने मामले की जाँच फेडरेल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एफआईए) को सौंप दी है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान को हिन्दू भगवान शंकर के रूप में दिखाया जाने वाला पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। पाकिस्तानी हिन्दुओं ने इस पोस्टर पर कड़ा एतराज जाहिर किया। बीबीसी हिन्दी के अनुसार तहरीक-ए-इंसाफ के सदस्य रमरेश लाल ने मुस्लिम लीग (नवाज) पर इमरान खान का विवादित पोस्टर बनवाने का आरोप लगाया। पाकिस्तान में इस समय मुस्लिम लीग (नवाज) की सरकार है।
इमरान खान को शिव रूप में दिखाने का मामला पाकिस्तानी संसद में भी उठा और जमकर हंगामा हुआ। पीटीआई नेता रमेश लाल ने आरोप लगाया कि इस पोस्टर से मुस्लिम लीग ने पाकिस्तानी हिन्दुओं की भावनाओं को आहत किया है। बीबीसी के अनुसार रमेश लाल ने आरोप लगाया कि मुस्लिम लीग (नवाज) का सोशल मीडिया सेल जानबूझकर ऐसे मैसेज शेयर करती है जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचे।
ट्विटर पर केदारनाथ नामक एक व्यक्ति ने इमरान खान का पोस्टर ट्ववीट करते हुए लिखा है, "अगर हम पाकिस्तान के समान नागरिक हैं तो ये क्या है? इस्लाम में ये नहीं है। हम इसके खिलाफ कार्रवाई की माँग करते हैं। हम पाकिस्तानी हैं लेकिन पहले हिन्दू हैं। मैं असीम बाजवा, मरयम नवाज शरीफ"
If we are equal citizen in pakistan so what is this ? This is not in islam that. We want to take action against this. We are Pakistanis but first we are hindu. I requested to @AsimBajwaISPR @MaryamNSharif @ImranKhanPTI to take action ageist this facebook page
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मसला हमेशा ही विवादों में रहता है। हिन्दू, सिख और ईसाई अल्पसंख्यकों को पाकिस्तान में विभिन्न तरह के शोषण और उत्पीड़न का शिकार होना पड़ता है। हालाँकि पिछले कुछ सालों में पाकिस्तानी सरकारें और सुप्रीम कोर्ट अल्पसंख्यकों के अधिकारों और सुरक्षा को लेकर सक्रिय हुए हैं।