नोएडा: ट्विन टावर के पास रहने वाले बच्चों ने कहा, 'जब गिरेगा तो देखने में मजा आ जाएगा, ऐसा नजारा तो हमने केवल टीवी पर ही देखा है'
By भाषा | Published: August 27, 2022 07:16 PM2022-08-27T19:16:47+5:302022-08-27T19:22:09+5:30
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नोएडा स्थित सुपरटेक ट्विन टावर को रविवार को गिरा दिया जाएगा। प्रशासन की ओर दी गई जानकारी के अनुसार सुपरटेक के 32 मंजिला एपेक्स टावर और 29 मंजिला सियान टावर को मिट्टी मिलाने के लिए 15 सेकेंड से भी कम का वक्त लगेगा।
नोएडा:सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नोएडा स्थित सुपरटेक ट्विन टावर को रविवार को गिरा दिया जाएगा। इसके लिए शासन की ओर से सारी तैयारियां हो चुकी हैं। ट्विन टावर के जमींदोज होने की बात से ही आसपास में रहने वाले लोगों के मन में भारी उत्सुकता है।
ट्वीन टावर के सामने पार्क में बैठा 14 साल का किशोर मोहम्मद जुल्फिकार अपने दोस्तों को बता रहा है कि किस तरह विशाल ट्विन टावर रविवार को ताश के पत्तों की तरह गिरा दिये जाएंगे। वहीं जुल्फिकार के साथ बैठे 10 साल के इरफान ने सौ मीटर ऊंचे टावर को दूर से देखते हुए कहा, ‘‘हम भीड़ से बचने के लिए रविवार तड़के ही यहां पहुंच जाएंगे और इस जगह से दोनों टावर को गिराने का दृश्य बिल्कुल साफ दिखाई देगा।’’
बारूद से गिराये जाने वाले दोनों टावरों की ऊंचाई करीब 100 मीटर है, जो कुतुब मीनार से भी अधिक है। इमारत को गिराने का काम कर रहे एडफिस इंजीनियरिंग के अधिकारी ने बताया कि इसे रविवार को ‘‘वाटर फॉल इम्प्लोजन’ तकनीक से सुरक्षित तरीके से गिराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बारूद की मदद से सुपरटेक के 32 मंजिला एपेक्स टावर और 29 मंजिला सियान को मिट्टी मिलाने के लिए 15 सेकेंड से भी कम समय लगेगा। जैसे ही डायनामाइट एक्टिव होगा दोनों इमारतें ताश के पत्तों की तरह गिर जाएंगी। लेकिन इस कार्रवाई से जुड़ी जटिलताओं से बेपरवाह अली, इरफान और पास के गांव गेझा की झुग्गी-बस्ती में रहने वाले कई अन्य बच्चे रविवार को टावर गिराए जाने का दृश्य देखने को उत्सुक नजर आये।
गेझा गांव की रहने वाली 16 साल की सबीना खानम की मां ट्विन टावर से सटे सुपरटेक ‘एमराल्ड कोर्ट’ के एक फ्लैट में काम करती हैं। उनका कहना है कि यह एक विडंबना ही है कि इन इमारतों को तोड़ा जा रहा है जबकि हमारे जैसे कई लोगों को छत तक मयस्सर नहीं है।
जुल्फिकार ने अपने दोस्तों से कहा, ‘‘तुमको पता है एक दम गिरेगा ये, धड़-धड़ करके।’’ वहीं 11 साल के नाहिद ने कहा, ‘‘हमने सुना है कि दोनों टावरों को गिराने के लिए भारी मात्रा में विस्फोटक लगाए गए हैं। मैंने तो केवल टीवी पर फिल्मों में ऐसे दृश्यों को देखा था लेकिन असल जीवन में कभी नहीं देखा, इसलिए मैं इसे देखने का मौका नहीं छोड़ सकती।’’