मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय का CAA विरोधियों पर तंज, लिखा- जिहादियों के काले झंडे के साथ राष्ट्रीय ध्वज क्यों?
By पल्लवी कुमारी | Published: December 23, 2019 01:28 PM2019-12-23T13:28:22+5:302019-12-23T13:28:22+5:30
मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय ने इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वालों को लेकर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, जो लोग 'विभाजनकारी लोकतंत्र' नहीं चाहते हैं, वह उत्तर कोरिया चले जाएं।
मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध कर रहे लोगों पर तंज करते हुए एक ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, मैं इन दिनों छुट्टियों पर मेरे गृह नगर कोलकाता में हूं। यहां डायमंड हार्बर रोड पर मुझे एक दिलचस्प नजारा दिखा। दर्जनों ट्रकों में नारेबाजी और चिल्लाने वाले युवा सवार थे। वह डायमंड हार्बर रोड एस्प्लेनेड की ओर ड्राइविंग करते हुए जा रहे थे। ये लोग काले सफदे रंग के जिहादी झंडे लहरा रहे थे और साथ में भारत का राष्ट्रीय ध्वज भी था। राष्ट्रीय ध्वज! क्या देता है?
In my home town Kolkata,on leave. Saw interesting sight ystrday on Diamond Harbour Road. Dozens of trucks,filled with slogan-shouting skull-capped youth,driving towards Esplanade,flying the black-and-white striped jihadi flag AND THE NATIONAL FLAG! THE NATIONAL FLAG! What gives?
— Tathagata Roy (@tathagata2) December 23, 2019
मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, बंगाली हिंदुओं के वैल्यू सिस्टम की असली वजह को वामपंथ ने बिगाड़ दिया है। कौन सी पार्टी सत्ता में है, सारहीन है। मूल्यों का विरूपण बहुत गंभीर है। यह सही और गलत की धारणा को बदल देता है। ऐसा होने में लंबा समय लगता है, लेकिन इसे सही होने में अधिक समय लग सकता है। उदाहरण:
1. एक मुसलमान गलत नहीं कर सकता
2. जीवन में सब कुछ राजनीतिक है।
3. गरीबी एक महान, गौरवशाली बात है।
4. किसी राजनीतिक दल को केवल तभी गंभीरता से लिया जा सकता है जब वह सामान्य जीवन को बिगाड़े (जैसे कि बैंड, कॉलिंग बस, आदि)।
1. A Muslim can do no wrong
— Tathagata Roy (@tathagata2) December 23, 2019
2. Everything in life is political.
3. Poverty is a great,glorious thing.
4. A political party can be taken seriously only if it can disturb normal life (eg by calling bandhs,burning buses,etc.)
मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय ने इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वालों को लेकर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, जो लोग 'विभाजनकारी लोकतंत्र' नहीं चाहते हैं, वह उत्तर कोरिया चले जाएं। रॉय ने ट्वीट किया था, लोकतंत्र अनिवार्य रूप से विभाजनकारी है। अगर आप इसे नहीं चाहते हैं तो उत्तरी कोरिया चले जाइए।' राज्यपाल अपने इस ट्वीट को लेकर उस वक्त भी चर्चा में आए थे।
Two things should never be lost sight of in the present atmosphere of controversy.
— Tathagata Roy (@tathagata2) December 13, 2019
1. The country was once divided in the name of religion.
2. A democracy is NECESSARILY DIVISIVE. If you don’t want it go to North Korea.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, विवाग के माहौल में दो बातें याद रखनी चाहिए। 1. देश को कभी धर्म के नाम पर बांटा गया था। 2. लोकतंत्र अनिवार्य रूप से विभाजनकारी है। अगर आप इसे नहीं चाहते हैं तो उत्तरी कोरिया चले जाइए।'