Lalbaugcha Raja 2025: गणेश उत्सव के पहले दिन दान में हुई नोटों की बारिश, बप्पा को चढ़ाई गई डॉलर की माला; देखें वीडियो
By अंजली चौहान | Updated: August 28, 2025 16:26 IST2025-08-28T16:23:41+5:302025-08-28T16:26:41+5:30
Lalbaugcha Raja 2025: गिनती वाले क्षेत्र में नोटों से बनी मालाएं रखी हुई देखी गईं, साथ ही श्रद्धालुओं द्वारा दी गई नकदी और अमेरिकी डॉलर सहित विदेशी मुद्रा के ढेर भी रखे हुए थे।

Lalbaugcha Raja 2025: गणेश उत्सव के पहले दिन दान में हुई नोटों की बारिश, बप्पा को चढ़ाई गई डॉलर की माला; देखें वीडियो
Lalbaugcha Raja 2025: गणेश चतुर्थी के पहले दिन मुंबई में गणेश उत्सव की धूम देखने को मिली। हर मंदिर भगवान गणेश के जन्मोत्सव के जश्न में डूबा हुआ है। इसी कड़ी में मुंबई के प्रसिद्ध लालबाग के गणेश भगवान के मंदिर में पहले दिन लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आए। भक्तों ने मंदिर में दान चढ़ाया जिसकी लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ने गुरुवार को गिनती शुरू कर दी। कोषाध्यक्ष मंगेश दत्ताराम दलवी के अनुसार, 80 लोगों को गिनती का काम सौंपा गया है और बताया गया है कि पिछले साल भक्तों से 48 लाख रुपये का दान प्राप्त हुआ था।
उन्होंने कहा, "यह पहले दिन का दान है। अभी गिनती शुरू हो रही है। तीन दान हैं। अभी तक एक दान खोला गया है। 80 लोग गिनती के लिए यहाँ हैं। पिछले साल हमें पहले दिन 48 लाख रुपये मिले थे।"
हर साल लाखों भक्त यहाँ दर्शन के लिए आते हैं। प्रतिष्ठित गणेश मूर्ति, लालबागचा राजा का अनावरण भी त्योहार के मुख्य आकर्षणों में से एक है। लालबागचा राजा का इतिहास काफी प्रसिद्ध है, क्योंकि यह 1934 में स्थापित पूजा स्थल पुतलाबाई चॉल में स्थित लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल की लोकप्रिय गणेश मूर्ति है। लालबागचा राजा गणपति मूर्ति की देखभाल कांबली परिवार द्वारा आठ दशकों से की जा रही है।
#WATCH | Mumbai: The donations received on the first day of the Ganesh Chaturthi Festival 2025 are being counted at Lalbaugcha Raja Sarvajanik Ganeshotsav Mandal.
— ANI (@ANI) August 28, 2025
Mangesh Dattaram Dalvi, Treasurer, says, "This is the first day's box. Now the counting is just starting. There are… pic.twitter.com/AYyKTVvYHy
हिंदू चन्द्र कैलेंडर माह 'भाद्रपद' के चौथे दिन से शुरू होने वाला दस दिवसीय त्योहार गणेश चतुर्थी इस साल 27 अगस्त को शुरू होगा।
यह शुभ दस दिवसीय उत्सव 'चतुर्थी' से शुरू होता है और 'अनंत चतुर्दशी' पर समाप्त होता है। उत्सव की अवधि को 'विनायक चतुर्थी' या 'विनायक चविथी' के नाम से भी जाना जाता है। यह मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, जहाँ लाखों भक्त भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए मंडलों में एकत्रित होते हैं।
इस उत्सव के लिए, लोग भगवान गणेश की मूर्तियाँ अपने घरों में लाते हैं, उपवास रखते हैं, स्वादिष्ट व्यंजन बनाते हैं और त्योहार के दौरान पंडालों में जाते हैं।