केरल: 70 साल से मंदिर में रह रहे मगरमच्छ ‘बबिया’ का हुआ निधन, प्रसाद खाकर टेम्पल की रखवाली करने वाले को ऐसे दी गई श्रद्धांजलि
By आजाद खान | Published: October 11, 2022 12:28 PM2022-10-11T12:28:07+5:302022-10-11T13:06:07+5:30
केरल के श्री अनंतपद्मनाभ स्वामी मंदिर में रह रहे मगरमच्छ ‘बबिया’ को लेकर यह दावा किया जाता है कि वह एक शाकाहारी मगरमच्छ है।
Vegetarian Crocodile Babiya Dies:केरल (Kerala) की एक झील में 70 साल से रह रहा एक मगरमच्छ रविवार को मृत पाया गया है। बताया जाता है कि इस मगरमच्छ को ‘बबिया’ (Babiya) नाम से बुलाया जाता है।
‘बबिया’ को लेकर यह भी दावा किया जाता है कि वह एक शाकाहारी (Vegetarian Crocodile) था। मगरमच्छ ‘बबिया’ (Babiya) को लेकर यह भी दावा किया जाता है कि यह मंदिर का प्रसाद खाकर उसकी रखवाली करता था।
क्या है ‘बबिया’ की कहानी
केरल (Kerala) के श्री अनंतपद्मनाभ स्वामी मंदिर (Sri Ananthapadmanabha Swamy Temple) के पास में मौजूद एक झील (Lake) के पास मगरमच्छ ‘बबिया’ रहता था। बताया जा रहा है कि मगरमच्छ ‘बबिया’ यहां के झील में 70 साल से रह रहा है। ऐसे में शनिवार से मगरमच्छ ‘बबिया’ लापता था और रविवार को वह मृत पाया गया है। जब मंदिर प्रशासन को इस बात की जानकारी मिली तो उन लोगों ने पशुपालन विभाग को इसकी जानकारी दी है।
Divine Crocodile Babiya which was guarding Sri Anantapura Lake Temple in #Kasaragod of Kerala is no more.
— Adv K Shreekanth (@AdvkShreekanth) October 9, 2022
Vegetarian #Babiya lived here in the Temple lake for the last 70+ years eating the Prasadam of Sri Ananthapadmanabha Swamy.
May God bless this soul. Om Shanti. pic.twitter.com/daPSQSkS58
इसके बाद उसे बाहर निकाल कर शीशे के बक्से में रखा गया और लोगों ने उसका दर्शन किया। आम लोगों के साथ विभिन्न राजनेताओं ने भी उसका अंतिम दर्शन किया और उसे श्रद्धांजलि दी।
भाजपा नेता ने भी दी श्रद्धांजलि
आपको बता दें कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने भी एक पोस्ट कर मगरमच्छ ‘बबिया’ को भी श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा, ''बबिया चला गया। दशकों तक, वह कुंबला अनंतपुरम महाविष्णु मंदिर में लगातार मौजूद रहा। लाखों श्रद्धालुओं ने इसे भगवान की छवि मानकर इसके दर्शन किए। प्रणाम।''
यही नहीं केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने भी मगरमच्छ ‘बबिया’ को श्रद्धांजलि दी है।
इस झील को लेकर कई असामान्य घटनाएं है
मंदिर की वेबसाइट के अनुसार, मंदिर के इस झील को लेकर कई असामान्य घटनाएं है जिसमें झील में मगरमच्छ के रहने को लेकर भी है। बताया जाता है कि इस झील में एक समय में एक ही मगरमच्छ ही रहता है। ऐसे में मगरमच्छ ‘बबिया’ तीसरा मगरमच्छ है जो इस झील में रहा है।