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दुनिया का सबसे अनोखा गांव, यहां केवल महिलाएं रहती हैं, पुरुषों का आना मना है यहां

By विनीत कुमार | Updated: October 4, 2020 13:30 IST

केन्या में एक ऐसा गांव मौजूद है जहां पुरुषों का रहना सख्त मना है। यहां पूरी तरह से महिलाओं का शासन चलता है। इस गांव की स्थापना 1990 में हुई थी। पढ़िए इस गांव की दिलचस्प कहानी...

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ठळक मुद्देअफ्रीका के केन्या में मौजूद है 'उमोजा' गांव जहां केवल महिलाएं रहती हैंसाल 1990 में इस गांव की हुई थी स्थापना, रेबेका लोलोसोली नाम की महिला ने इस गांव को बसाया था

इस बारे में सुनकर शायद आपको विश्वास नहीं हो, लेकिन ये सच है। इस दुनिया में एक ऐसा गांव हैं जहां कोई पुरुष नहीं रहता है। यहां केवल महिलाएं हैं और किसी पुरुष के यहां आने पर रोक है। जी हां...ये थोड़ा अजीब जरूर है लेकिन सच है। हम बात कर रहे हैं अफ्रीकी महाद्वीप के केन्या के गांव की, जिसे 'उमोजा' के नाम से जाना जाता है। 

उमोजा यहां के स्वाहिली भाषा का शब्द है जिसका मतलब एकता होता है। दिलचस्प बात ये भी है कि इस गांव की स्थापना एक महिला ने ही 1990 में की। इनका नाम रेबेका लोलोसोली है। वे घरेलू हिंसा और पुरुषों के वर्चस्व वाले समाज से परेशान थी। आखिर में उन्होंने इसका एक अनूठा रास्ता खोजा और अलग गांव ही बसा लिया।

घरेलू हिंसा से परेशान महिलाओं के लिए गांव

महिलाओं के लिए इस गांव की शुरुआत कैसे हुई, ये कहानी बेहद मार्मिक है। दरअसल 1990 में ब्रिटिश सैनिकों द्वारा रेप और यौन उत्पीड़न के शिकार से किसी तरह बची इन महिलाओं को उनके पति और घरवालों ने भी छोड़ दिया था। इन महिलाओं को इस जगह पर एक भूमि मिली और इस तरह बसने लगा।

महिलाओं के गांव की स्थापना के बाद, पुरुषों ने भी इसी तरह प्रतिद्वंद्वी गांव बनाने की कोशिश की। एक बार, पुरुषों ने गांव पर हमला भी किया और पर्यटकों को भी महिलाओं के गांव से हटाने की कोशिश की। इसके बजाय, उनकी सभी योजनाएं विफल होती गईं और महिलाओं की पैठ बढ़ती गई। अब वे अपने गांव सहित पुरुषों द्वारा बनाए गए प्रतिद्वंद्वी गांव पर भी हक रखती हैं।

गांव बनने के बाद कुछ ऐसा रहा है सफर

साल 1900 में गांव के बसने के बाद यहां आज 50 से ज्यादा महिलाएं और 200 से ज्यादा बच्चे रहते हैं। उमोजा की महिलाएं यहां एक प्राथमिक विद्यालय, बाजार और पर्यटकों के लिए कैंप साइट चलाती हैं। यहां महिलाएं स्कूल और अन्य संस्थाएं चलाने के लिए अपनी आय का 10 प्रतिशत खर्च करती हैं।

अगर पुरुष बतौर पर्यटक गांव में जाना चाहते हैं तो कोई रोकटोक नहीं हैं लेकिन वे वहां रूक नहीं सकते हैं। केवल कम उम्र के लड़के जरूर चाहें तो गांव में रह सकते हैं। यहां मुख्य तौर पर शादीशुदा जिंदगी में परेशान, फीमेल म्यूटिलेशन से पीड़ित महिलाएं, दुष्कर्म और अन्य अपराधों से पीड़ित महिलाएं आती हैं। कई महिलाएं ऐसी भी हैं जो अपने पति की मौत के बाद यहां आई हैं। 

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