जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया छात्रों पर बर्बरता को लेकर एक ट्वीट किया है, जो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्होंने लिखा है, ''न तो चुप रहिए, न तो हिंसक होइए... छात्र एकता जिंदाबाद''। इस ट्वीट को कन्हैया कुमार ने मंगलवार (17 दिसंबर) की सुबह आठ बजे किया। ट्वीट को हजारों लाइक्स और रिट्वीट मिले हैं।
कन्हैया कुमार ने इससे पहले एक ट्वीट में लिखा था, ''देश के विद्यार्थियों पर पुलिस के दमन और संविधान एवं गरीब विरोधी CAB-NRC के खिलाफ आज पूर्णिया(बिहार) की जनता ने अपनी आवाज बुलन्द की। जनता समझ रही है कि उनके असल सवालों को दबाने के लिए यह सरकार उन्हें नागरिकता सिद्ध करने के लिए सरकारी दफ्तरों के बाहर लाइनों में लगा देना चाहती है।''
कन्हैया कुमार लगातार सोशल मीडिया के जरिए सरकार पर निशाना साध रहे हैं। कन्हैया कुमार ने सरकार पर तंज करते हुए कहा था, 'अगर आप हमें नागरिक नहीं मानते हैं, तो हम आपको सरकार नहीं मानते हैं। संसद में आपके पास बहुमत हो सकता है; हमारे पास सड़क पर बहुमत है। यह लड़ाई हिंदुओं या मुसलमानों के बारे में नहीं है। हम सावरकर का नहीं बल्कि भगत सिंह और बाबासाहेब आंबेडकर का देश चाहते हैं। वे चाहते हैं कि अशफाक और बिस्मिल लड़ें, (लेकिन) हम ऐसा नहीं होने देंगे।'
जामिया हिंसा मामले में 10 गिरफ्तार, कोई छात्र शामिल नहीं
दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास हुई हिंसा में कथित तौर पर शामिल आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आरोपियों को सोमवार की रात गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों में कोई भी छात्र नहीं है। विश्वविद्यालय रविवार को उस वक्त जंग के मैदान में तब्दील हो गया था जब पुलिस परिसर में घुस आई थी और वहां बल प्रयोग किया था। दरअसल, संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा और आगजनी हुई थी जिसमें चार डीटीसी बसों, 100 निजी वाहनों और 10 पुलिस वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया जिसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की।