झारखंड विधानसभाः घोड़े पर सवार होकर पहुंचीं कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद, कहा- महिलाएं किसी रूप में कमजोर नहीं, देखें वीडियो
By एस पी सिन्हा | Updated: March 8, 2022 17:09 IST2022-03-08T16:53:20+5:302022-03-08T17:09:39+5:30
Jharkhand Assembly: हजारीबाग के बड़कागांव से निर्वाचित कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने घोडे़ पर सवार होकर विधानसभा आने का फैसला महिलाओं की सशक्ति को दर्शाने के लिए किया.

महिलाएं किसी रूप में कमजोर नहीं हैं और वह हर क्षेत्र में समानता के साथ आगे बढ़ सकती हैं.
रांचीः झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में आज कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद नए अंदाज में दिखीं. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर वह घोडे़ पर सवार होकर पहुंचीं. वहीं, सत्र शुरू होने से पहले अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भाजपा विधायक व आजसू पार्टी के विधायक हाथों में तख्तियां लिए धरने पर बैठे.
एक तरफ जहां भाजपा विधायकों ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाकर इस्तीफा मांगा, तो वहीं आजसू पार्टी के विधायक ने 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करने की मांग की. हजारीबाग के बड़कागांव से निर्वाचित कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने घोडे़ पर सवार होकर विधानसभा आने का फैसला महिलाओं की सशक्ति को दर्शाने के लिए किया.
महिलाएं किसी रूप में कमजोर नहीं हैं और वह हर क्षेत्र में समानता के साथ आगे बढ़ सकती हैं. उन्होंने न सिर्फ घुड़सवारी की बल्कि तेजी से घोड़े को दौड़ाया और विधानसभा में प्रवेश की. अंबा प्रसाद सिर पर हेलमेट पहने हुए थीं. लोग उनके इस अंदाज को देखते रह गये. अंबा प्रसाद इसके पूर्व भी कई बार सुर्खियां बटोर चूकी हैं.
कांग्रेस विधायक ने दो दिन पूर्व ही रांची में राज्य में ओबीसी आरक्षण को 14 प्रतिशत से बढ़ाकर जनसंख्या के अनुपात में करने और राज्य विस्थापन आयोग के गठन की मांग के साथ विधानसभा के द्वार पर धरना दिया था. महाशिवरात्रि के दौरान देवघर मंदिर में पूजा करने के विवाद मामले में भी अंबा प्रसाद का नाम आया था.
उनकी मंदिर प्रबंधक से तीखी नोकझोंक हुई थी. अंबा प्रसाद झारखंड की सबसे युवा विधायकों में एक हैं. उधर, आजसू पार्टी के विधायक लंबोदर महतो ने 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करने की मांग की. भाजपा विधायकों ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग की.
झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने से पहले भाजपा विधायक शशिभूषण मेहता, विरंची नारायण समेत अन्य नेताओं ने सदन के बाहर धरना पर बैठकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और इस्तीफे की मांग की. हाथों में तख्तियां लिए भाजपा विधायक धरना पर बैठे थे.