बंदर को बिस्किट खिलाना महिला को पड़ा भारी, चेहरे पर लगे 10 टांके, जानिए पूरा मामला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 26, 2022 05:15 PM2022-02-26T17:15:07+5:302022-02-26T17:22:24+5:30
बच्चा गुम होने के बाद से खूंखार हो चुका पागल बंदर अचानक सरोज शुक्ला की दुकान पर पहुंच जाता है और उनकी दुकान पर रखे आइसक्रीम की फ्रिज पर जाकर बैठ जाता है। सरोज शुक्ला ने फ्रीज पर बैठे बंदर को फ्रीज से भगाया नहीं बल्कि उन्होंने उसे खाने के लिए बिस्किट दे दिया। बिस्किट खाने के बाद बंदर ने अचानक सरोज के चेहरे पर हमला कर दिया।
मुंबई: कभी-कभी जानवरों के साथ की जाने वाली मस्ती भारी पड़ जाती है। जी हां, मुंबई के मलाड इलाके में एक 59 साल की महिला को एक खूंखार बंदर से प्यार जताना इतना महंगा पड़ा की उसे बिस्किट खिलाने की एवज में वो सीधे पहुंच गईं।
खतरनाक बंदर पर दया दिखाने और उसे प्यार से बिस्किट खिलाने के चक्कर में अधेड़ महिला को अस्पताल में कुल 10 टांके लगे। जानकारी के मुताबिक लोगों ने बताया कि हमला करने वाला बंदर मलाड वेस्ट के अप्पापाड़ा के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में रहता है। बीते दिनों बंदर का बच्चा कहीं गुम हो गया, जिसके बाद वह खूंखार हो गया है और अक्सर आते-जाते लोगों पर हमला कर देता है।
उसी बंदर ने बीते गुरुवार को सरोज शुक्ला पर भी हमला कर दिया, जब वो अपनी आइसक्रीम और सोडे की दुकान पर बैठी थीं। घटना के समय मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बच्चा गुम होने के बाद से खूंखार हो चुका पागल बंदर अचानक सरोज शुक्ला की दुकान पर पहुंच जाता है और उनकी दुकान पर रखे आइसक्रीम की फ्रिज पर जाकर बैठ जाता है।
सरोज शुक्ला ने फ्रीज पर बैठे बंदर को फ्रीज से भगाया नहीं बल्कि उन्होंने उसे खाने के लिए बिस्किट दे दिया। बिस्किट खाने के बाद बंदर ने अचानक सरोज के चेहरे पर हमला कर दिया और उन्हें बुरी तरह से घायल कर दिया। बंदर के हमले से घायल सरोज जब चिल्लाने लगी तो आसपास के लोग उनकी ओर दौड़े तब तक बंदर वहां से भाग निकला था।
आसपास मौजूद लोगों ने आनन-फानन में सरोज शुक्ला को अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टरों ने उनके चेहरे पर 10 टांके लगाये। डॉक्टरों ने फौरन उनका इलाज किया, जिससे उन्हें राहत मिला और धीरे-धीरे उनकी हालत में सुधार हुआ। इस घटना के बाद एक अन्य स्थानीय ने बताया कि उस बंदर ने बीते शुक्रवार को भी एक बच्चे पर हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन आसपास मौजूद लोगों ने उसे दौड़ाया तो वह भाग गया।
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि उन्होंने उस बंदर के बारे में कई बार वन अधिकारियों से शिकायत की लेकिन उन्होंने बंदर को पकड़ने पर कोई ध्यान नहीं दिया। पीड़ित सरोज शुक्ला के बेटे नरेंद्र शुक्ला ने कहा, "हमारे अलावा पुलिस ने भी इस मामले में वन विभाग से शिकायत की थी। बंदर पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम आई भी थी लेकिन बंदर भाग गया। सभी लोग इस काटने वाले बंदर से डरे हुए हैं।"
वहीं गुरुवार की घटना के बाद कुरार पुलिस ने कहा कि उनकी ओर से भी बंदर को पकड़े जाने के बारे में वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया गया है। वन कर्मचारी उसे पकतड़ने के लिए आये भी थे लेकिन वे यह कहकर वापस चले गए कि उन्हें वो बंदर नहीं मिला। हालांकि क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि अगर वन कर्मचारियों के द्वारा उस बंदर को जल्द से जल्द नहीं पकड़ा गया तो और भी बड़ा हादसा हो सकता है।