महाराष्ट्र में नाटकीय घटनाक्रम के तहत बीजेपी के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। अजीत पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के भतीजे हैं। हालांकि एनसीपी चीफ शरद पवार ने साफ कर दिया है कि यह अजित पवार का निजी फैसला है, न कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का। देवेंद्र फड़नवीस के सीएम बनते ही उनका सितंबर 2014 में किया ट्वीट चर्चा में आ गया है। इस ट्वीट में देवेंद्र फड़नवीस ने लिखा था कि बीजेपी कभी भी किसी कीमत पर एनसीपी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
देवेंद्र फड़नवीस ने सितंबर 2014 में ट्वीट कर कहा था, ''बीजेपी कभी भी एनसीपी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। ऐसी अफवाहें उड़ाई जा रही हैं। बीजेपी एनसीपी के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करेगी।'' 2014 के विधानसभा चुनाव के वक्त देवेंद्र फड़नवीस ने यह ट्वीट किया था।
इस ट्वीट पर देवेंद्र फड़नवीस को ट्रोल किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि 2014 में जो पार्टी आपको भ्रष्टाचारी लगती थी उसी पार्टी के विधायकों के साथ मिलकर आज आप सरकार बना रहे हैं।
देखें लोगों की प्रतिक्रिया
भाजपा के साथ सरकार बनाने का अजित पवार का व्यक्तिगत फैसला है: शरद पवार
महाराष्ट्र में नाटकीय घटनाक्रम के तहत देवेंद्र फड़नवीस के मुख्यमंत्री और अजित पवार के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने पर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि यह अजित पवार का निजी फैसला है, न कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का। शरद पवार ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा को समर्थन देने का अजित पवार का फैसला उनका व्यक्तिगत निर्णय है। यह राकांपा का फैसला नहीं है। हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हम इस फैसले का समर्थन नहीं करते।’’
देवेंद्र फड़नवीस सीएम और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री की शपथ ली
महाराष्ट्र में अजित पवार के समर्थन से मुख्यमंत्री के तौर पर एक बार फिर भाजपा के देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राकांपा नेता अजित पवार ने यहां राज भवन में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सुबह एक समारोह में दोनों को शपथ दिलायी जहां केवल आधिकारिक मीडिया ही मौजूद रही।
फड़नवीस ने कहा, ''लोगों ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया था लेकिन शिवसेना ने नतीजों के बाद अन्य दलों के साथ गठबंधन करने की कोशिश की जिसके बाद राष्ट्रपति शासन लगा। महाराष्ट्र को स्थायी सरकार की जरूरत है न कि ‘खिचड़ी’ सरकार की।''
उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा, ''24 अक्टूबर को नतीजे आने से लेकर अब तक कोई पार्टी सरकार नहीं बना पा रही थी। महाराष्ट्र में किसानों के मुद्दों समेत कई दिक्कतें थी इसलिए हमने एक स्थायी सरकार बनाने का फैसला किया।''