दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के मुद्दे पर भड़की हिंसा में अब तक 20 लोगों की मौत हो गई है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 25 फरवरी को एक महीने के लिए धारा-144 लागू कर दी गई है। दिल्ली में हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। आज बुधवार को (26 फरवरी) को मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली के हालात पर फिर चिंता जताई है। उन्होंने सेना बुलाने की मांग की है।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, मैं पूरी रात लोगों के संपर्क में रहा। स्थिति चिंताजनक है। सभी प्रयासों के बावजूद पुलिस स्थिति को संभालने में और विश्वास बढ़ाने में असफल रही। सेना को तुरंत बुलाया जाना चाहिए और बाकी प्रभावित इलाकों में भी कर्फ्यू लगाना चाहिए। इसके लिए मैं गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख रहा हूं।
उनके इस ट्वीट पर कुछ यूजर्स उनसे इस्तीफा मांग रहे हैं तो कुछ कह रहे हैं कि कल की मुलाकात में ही सेना का मुद्दा उठाना चाहिए था। कोई पूछ रहा है कि कपिल मिश्रा कब गिरफ्तार होंगे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में शाहीन बाग का मुद्दा गर्म रहा था। इस मसले पर बहुत तेज राजनीति हुई थी। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे पर शाहीन बाग में करीब ढाई महीने से आंदोलन चल रहा है। दिल्ली चुनावों में शाहीन बाग को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एक-दूसरे पर राजनीति करने का आरोप लगाया था।
पूरे चुनाव के दौरान ना ही बीजेपी का कोई नेता और ना ही कोई आप नेता शाहीन बाग पहुंचा। अब शाहीन बाग के मसले पर भी अरविंद केजरीवाल घिरते दिख रहे हैं। चुनाव जीतने के बाद अरविंद केजरीवाल के शाहीन बाग नहीं जाने पर सोशल मीडिया पर भी सवाल उठ रहे हैं।