दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार (8 फरवरी) को मतदान जारी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व सहयोगी और आप के पूर्व नेता कुमार विश्वास ने इशारों-इशारों में आम आदमी पार्टी पर तंज कसा है।
उन्होंने ट्वीट किया, पिछले 5 साल के कलंक धोने का समय है दिल्ली वालों. वोट की चोट से समाज, देश, आशाओं, सेना, मित्रता व भरोसे की हत्या करने वाले राजनैतिक एडस आत्ममुग्ध बौनों के निकृष्ट मंसूबे ध्वस्त करने का समय है निकलो घरों से, बताओ कि बना सकते हो तो अंहकारी शिशुपालों को मिटा भी सकते हो।
आइये जानते हैं कुमार विश्वास का सियासत से जुड़ाव
अन्ना आंदोलन के समय किरण बेदी, अरविंद केजरीवाल के अलावा कुमार विश्वास भी काफी लोकप्रिय हुए। किरण बेदी आज भाजपा में हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में बेदी बीजेपी के मुख्यमंत्री पद की प्रत्याशी थीं। वहीं अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। 2015 में दिल्ली में सरकार बनने के बाद कई लोगों ने पार्टी छोड़ी थी लेकिन कुमार विश्वास पार्टी में बने हुए थे। पार्टी के अंदरूनी खींचतान में विश्वास को एक समय राजस्थान का चुनाव प्रभारी भी बनाकर भेजा गया।
खुद की बनाई पार्टी छोड़ी
दिल्ली में साल 2018 में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होना था। सभी लोगों को लग रहा था कि कुमार विश्वास के राज्यसभा में जाने के ज्यादा चांस हैं लेकिन पार्टी ने संजय सिंह, एनडी गुप्ता और सुशील गुप्ता को राज्यसभा सांसद बनाया। कुमार विश्वास उस समय इशारों-इशारों में केजरीवाल की राजनीति की आलोचना की थी। इसके बाद मीडिया के सामने आकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया।