नई दिल्ली: दुनिया भर में कोरोना महामारी जारी है। अब तक पूरी दुनिया में 7,35,833 लोग इस संक्रमण के शिकार हो गए हैं। दुनिया भर के डॉक्टर इस बीमारी से लोगों को बचाने के लिए भगवान का रूप धारण कर सेवा में लगे हुए हैं। इस दौरान न सिर्फ डॉक्टरों के 12-15 से 18 घंटे तक काम करना पड़ रहा है, बल्कि वह अपने परिवार के लोगों से भी दूर रहे हैं।
गल्फ न्यूज के एक रिपोर्ट के मुताबिक, साउदी में एक डॉक्टर का ऐसी ही वीडियो सामने आया। इस वीडियो में देखा गया कि एक डॉक्टर अपने काम से वापस घर लौटता है तो उसके घर में एक प्यारा सा बच्चा उसकी गोद में जाने के लिए दौड़ता है, लेकिन डॉक्टर बच्चे को गोद में लेने के बजाय दो कदम पीछे हट जाता है और बैठकर रोने लगता है।
बता दें कि डॉक्टर का नाम नसीर अली अल शहरानी बताया गया है। और खबर में डॉक्टर से बात कर लिखा गया है कि ऐसा करके उन्होंने इस महामारी के प्रति लोगों को जागरूक करने की कोशिश की है जो कि बुरी तरह से लोगों को अपना शिकार बना सकती है। साथ ही मेडिकल प्रोफेशनल्स के हालात भी बयां करने का प्रयास किया है।
दुनिया भर के डॉक्टरों के इन मुश्किल हालात के बावजूद दुनिया भर में उन्हें सही से सम्मान व संसाधन नहीं मिल पा रहा है। अभी भारत के ओडिशा से डॉक्टरों के बारे में एक दर्दनाक खबर सामने आई है।
ओडिशा में महिला डॉक्टर को घर खाली नहीं करने पर मिली रेप की धमकीदरअसल, भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण से खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस संकट के बीच देश भर में डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य कार्यकर्ता कोरोना से संक्रमित लोगों का इलाज अपनी जान जोखिम में डाल कर कर रहे हैं। इस सबके बावजूद ओडिशा के भुवनेश्वर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एम्स की एक महिला डॉक्टर पर घर खाली करने का दबाव डाला जा रहा है। साथ ही बलात्कार की भी धमकी दी जा रही है।
यह महिला डॉक्टर भुवनेश्वर के एम्स में जूनियर डॉक्टर के रूप में काम करती है। इस मामले में स्थानीय पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
एफआईआर में महिला डॉक्टर ने आरोप लगाया है कि जिस सोसायटी में रहती है, वहां एक शख्स पिछले एक हफ्ते से उसे परेशान कर रहा है और घर छोड़ने को कह रहा है। यही नहीं, कुछ दिन पहले उसे रेप की धमकी भी दी गई। इसके बाद उसने पुलिस में मामला दर्ज कराने की ठानी।
इस महिला डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि वह पिछले कई सालों से इस सोसाइटी में रह रही है। उसने आरोपी को बताया वह कोरोना वायरस संक्रमित लोगों के संपर्क में नहीं है। हालांकि, इसके बावजूद वह मानने को तैयार नहीं था और घर छोड़ने का दबाव बनाया जाता रहा।