CAA: नमाज अता कर रहे हाजी कादिर ने दौड़कर पीटे जा रहे पुलिसवाले को बचाया, जवान बोला- वह न आते तो मार दिया जाता
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: December 27, 2019 09:40 AM2019-12-27T09:40:08+5:302019-12-27T09:40:08+5:30
अजय कुमार ने कहा, ''हाजी कादिर साहब मुझे अपने घर ले गए, मुझे सिर में और एक अंगुली में चोट आई थी। उन्होंने मुझे पानी दिया और पहनने के लिए कपड़े भी दिए और मुझे आश्वस्त किया कि मैं सुरक्षित रहूंगा। बाद में वह मुझे पुलिसथाने ले आए।''
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में हिंसक प्रदर्शन हुआ था। इस दौरान एक पुलिसकर्मी हिंसक भीड़ से घिर गया था और बुरी तरह पीटा गया था। भीड़ पुलिसकर्मी को मार ही डालती अगर एक नमाजी उसे बचाने नहीं आता है। यह कहना उसी पुलिसवाले का है।
समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक, अजय कुमार नाम के पुलिसकर्मी भीड़ के हाथों मरते-मरते बचे। अजय कुमार को हाजी कादिर नाम के शख्स ने किसी तरह उनको बेतहाशा पीट रही भीड़ के चंगुल से छुड़ाया और उन्हें अपने घर ले जाकर पनाह और सुरक्षा दी। यहां तक अपने कपड़े भी दिए और बाद में सुरक्षित पुलिस थाने छोड़कर आए। हाजी कादिर द्वारा पेश की गई इंसानियत की मिसाल लोगों के दिलों को द्रवित कर रही है। उनके इस काम की खूब तारीफ हो रही है। अजय कुमार ने तो उन्हें उनका जीवन बचाने आए फरिश्ते की संज्ञा दी है।
अजय कुमार ने कहा, ''वह मेरे जीवन में फरिश्ता बनकर आए। अगर वह नहीं आते तो मैं मार दिया जाता।''
अजय कुमार ने कहा, ''हाजी कादिर साहब मुझे अपने घर ले गए, मुझे सिर में और एक अंगुली में चोट आई थी। उन्होंने मुझे पानी दिया और पहनने के लिए कपड़े भी दिए और मुझे आश्वस्त किया कि मैं सुरक्षित रहूंगा। बाद में वह मुझे पुलिसथाने ले आए।''
हाजी कादिर ने मीडिया से कहा कि वह उस वक्त नमाज अता कर रहे थे जब उन्हें बताया गया कि भीड़ ने एक पुलिसवाले को घेर लिया।
हाजी कादिर ने आगे कहा, ''वह बहुत घायल था, मैंने उन्हें आश्वस्त किया उन्हें बचा लूंगा। उस वक्त मुझे उनका नाम मालूम नहीं था। मैं जो किया वह मानवता के लिए क्या।''
बता दें कि पिछले 20 दिसंबर को फिरोजाबाद में सीएए के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुआ था। इस दौरान प्रदर्शनकारी और पुलिसवाले एक दूसरे के सामने आ गए थे। प्रदर्शनकारियों ने काफी नुकसान किया था।