ऑल इंडिया मजलिस-ए-इ्त्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) सुप्रीमो व सांसद असदुद्दीन ओवैसी की दो सेल्फी ट्विटर पर वायरल हो रही हैं। ये सेल्फी खुद असदुद्दीन ओवैसी ने दस जनवरी को अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर की थी। सेल्फी शेयर करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा था, 'हैदराबाद के लोग सीएए, एनआरसी और एनपीआर को ना कह रहे हैं। यह हमारी नागरिकता का पर्याप्त प्रमाण है। उन सभी का आभारी हूं जिन्होंने आज इस विशाल सभा को आयोजित करने में मदद की। उन्हें विशेष धन्यवाद। #CAA_NRC_NPR'
शुक्रवार (10 जनवरी) को असदुद्दीन ओवैसी ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में सड़क पर तिरंगा यात्रा निकाली थी। इस दौरान हजारों की संख्या में भीड़ सड़क पर नजर आई। ये सेल्फी असदुद्दीन ओवैसी ने वहीं ली है।
इकोनॉमिक्स्ट रूपा सुब्रमण्या ने असदुद्दीन ओवैसी की सेल्फी शेयर करते हुए लिखा, जहां तक राजनेताओं की बात है, मैंने हमेशा असदुद्दीन ओवैसी को पंसद किया है और उनकी प्रशंसा और सराहना की है।
असदुद्दीन औवेसी CAA, NRC और NPR का लगातार कर रहे हैं विरोध
असदुद्दीन औवेसी ने कहा है कि उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में जनहित याचिका दायर की है। औवेसी ने ट्वीट किया, "मैंने सीएए के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में जनहित याचिका दायर की है। एआईएमआईएम भारत के बहुलवादी, धर्मनिरपेक्ष संवैधानिक लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए लड़ाई लड़ेगी। यह लड़ाई हर संभव मंच और हमारे पास मौजूद हर संवैधानिक हथियार का उपयोग कर लड़ी जाएगी।"
औवेसी ने कहा सीएए का उद्देश्य मुसलमानों को "राष्ट्रविहीन" बनाना है और इससे एक और विभाजन होगा। लोकसभा में औवेसी ने राष्ट्रपिता गांधी का जिक्र करते हुए कहा था कि उन्हें महात्मा इसलिये कहा गया क्योंकि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में भेदभावपूर्ण नागरिकता कार्ड फाड़ा था। इसके बाद हैदराबाद से सांसद औवेसी ने विरोधस्वरूप विधेयक की प्रति फाड़ दी थी।