अठहत्तर से अधिक खबरिया चैनलों के सबसे बड़े एसोसिएशन न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन (एनबीएफ) ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को अपने गवर्निंग बोर्ड (संचालन मंडल) का अध्यक्ष निर्वाचित किया है। इस खबर के सोशल मीडिया पर आते ही टीवी पत्रकार अर्नब गोस्वामी ट्रोल होने लगे हैं। लोग कह रहे हैं कि केंद्र सरकार ने अर्नब गोस्वामी को अध्यक्ष पक्षपात के तहत बनाया है। इसके साथ ही इस फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की भी आलोचना की जा रही है। अर्नब गोस्वामी पर हमेशा से ही नरेंद्र मोदी की सरकार के पक्षपात का आरोप लगता रहा है।
एक यूजर ने तंज करते हुए लिखा है, अच्छा किया मोदी जी, जो इनको कैबिनेट मंत्री नहीं बना दिया।
वहीं कुछ यूजर टीवी पत्रकार रवीश कुमार का भी मीम शेयर कर रहे हैं।
सर्वसम्मति से रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपापदक अर्नब गोस्वामी एनबीएफ के संचालन बोर्ड के अध्यक्ष चुने गए हैं
14 भाषाओं के 78 खबरिया चैनलों के इस निकाय ने सामग्री पर पारदर्शी स्व-नियमन लाने के लिए स्व-नियामक संगठन ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन ऑथोरिटी के तौर तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए शनिवार को बैठक की थी। ये सभी चैनल 25 राज्यों से हैं। बयान के अनुसार जनवरी, 2020 तक नये स्व-नियामक संगठन की आधिकारिक रूप से घोषणा की जायेगी।
बयान के अनुसार सदस्यों ने सर्वसम्मति से रिपब्लिक टीवी के प्रबंध निदेशक और प्रधान संपापदक अर्नब गोस्वामी को एनबीएफ के संचालन बोर्ड का नया अध्यक्ष चुना।
गोस्वामी ने एनबीएफ अध्यक्ष चुने जाने पर कहा, ‘‘ भारत में प्रसारकों के सबसे बड़े समूह द्वारा मुझ पर दर्शाये गये विश्वास एवं भरोसे को लेकर मैं आभारी हूं....।’’
एनबीएफ ने चार उपाध्यक्षों का भी चुनाव किया। ये ओर्टल कम्युनिकेशंस के सह संस्थापक जागी मंगत पांडा, फोर्थ डायमेंशन के शंकर बाला, प्राग न्यूज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संजीव नारायण, और आईटीवी नेटवर्क के कार्तिकेय शर्मा हैं। वे संचालन मंडल का हिस्सा होंगे।