US Capitol Violenceअमेरिका में ट्रंप समर्थकों के बवाल में क्यों दिखा तिरंगा? अमेरिकी संसद में हुई अमर्यादित घटना (US Capitol Violence) से पूरी दुनिया हैरान है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नतीजों से बौखलाए डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के हजारों समर्थकों ने बुधवार रात कैपिटल बील्डिंग (Capitol Building) पर अपना कब्जा जमा लिया। कई घंटे तक प्रदर्शनकारियों ने संसद में और संसद परिसर में जमकर बवाल काटा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस हिंसक हंगामें चार लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। हंगामे के दौरान दंगाइयों ने कैपिटल बील्डिंग में तोड़फोड़ की और हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी के ऑफिस को तहस-नहस कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम में एक वीडियो फुटेज ऐसी भी सामने आई है जिसमें तिरंगा झंडा दिख रहा है। ट्रंप समर्थकों के हंगामे में दिख रहे तिरंगे वाली वीडियो क्लिप को भाजपा (BJP) नेता वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने ट्वीट किया है। आइये इस वायरल वीडियो (Viral Video) क्लिप के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं अपनी इस रिपोर्ट में।सोशल मीडिया पर बवाल की तस्वीरों और फुटेज में भारतीय तिरंगा दिखने से लोग हैरान हैं। प्रदर्शनकारियों के हाथों में बैनर और अमेरिकी झंडों के बीच भारत का राष्ट्रीय ध्वज भी दिख रहा है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। अभी यह नहीं पता चल सका है कि भारतीय ध्वज को थामने वाला व्यक्ति कौन था और उसका राजनीतिक जुड़ाव क्या है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता वरुण गांधी भी उन लोगों में से एक हैं जिन्होंने भारतीय ध्वज को नोटिस किया और ट्विटर पर पूछा, ''वहां भारतीय झंडा क्यों था??? यह वह लड़ाई है, जिसमें निश्चित तौर पर हमें भाग लेने की जरूरत नहीं है।'' शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी भारतीय झंडा ले जाने वाले की ट्विटर पर आलोचना की।प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, ''जो कोई भी यह भारतीय झंडा लहरा रहा है उसे शर्मिंदा होना चाहिए। हमारे तिरंगा का इस्तेमाल इस तरह की हिंसा और दूसरे देश में आपराधिक घटना में ना करें।'' इस बीच, कॉमेडियन वीर दास ने कैपिटल दंगे में तिरंगा ले जाने वाले पर तंज कसते हुए कहा कि हर भीड़ क्रिकेट मैच नहीं होता। बता दें कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत को सत्यापित करने के लिए सांसद संसद के संयुक्त सत्र के लिए कैपिटल बिल्डिंग के भीतर बैठे थे, तभी बुधवार को ट्रंप के हिंसक समर्थक इमारत में घुस आए। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई। कैपिटल परिसर के बाहर निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पुलिस के बीच हिंसक झड़प भी हुई, जिसके बाद परिसर को 'लॉकडाउन' कर दिया गया। समर्थकों को रोकने और सांसदों को बचाने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बंदूक भी निकालनी पड़ी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस पूरी घटना में तीन से चार प्रदर्शनकारियों की गोली लगने से मौत हो गई। वही भीड़ पर काबू पाने के लिए मजबूरन पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। काफी संघर्ष के बाद हालात पर काबू पाया जा सका।