Chaiti Chhath 2020: चैती छठ व्रत पूजा विधि और पौराणिक कथा
By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: March 30, 2020 09:16 AM2020-03-30T09:16:36+5:302020-03-30T09:58:31+5:30
Chaiti Chhath 2020: हिन्दू धर्म में तीज त्योहारों को बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है। व्रत कोई भी हो लोगों की आस्था देखते ही बनती है। इन्हीं व्रत में से एक है चैती छठ। छठ व्रत साल में दो बार मनाया जाता है। कार्तिक की छठ पूजा की ही तरह चैत्र माह में पड़ने वाले छठ का बहुत महत्व है। चैती छठ की शुरूआत आज नहाय खाय से हो चुकी है। मुख्य रूप से सूर्यदेव की उपासना का ये महापर्व बिहार सहित पूर्वांचल के कई हिस्सों और नेपाल के कई क्षेत्रों में भी मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार छठ माई सूर्य देवता की बहन हैं। इसलिए इन दिनों में सूर्य की उपासना से छठी मईया खुश होती हैं और साधक के घर-परिवार में सुख और शांति प्रदान करती हैं।चैती छठ व्रत भी कार्तिक मास में पड़ने वाले छठ की तरह चार दिनों के होते हैं। इन्हें बेहद कठिन माना गया है। इस व्रत में शुद्धता का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से परिवार के सदस्यों की सेहत अच्छी रहती है और घर भी धन-धान्य से भरा होता है।