त्रिपुरा में 25 सालों से वाम किला अभेद था। बीजेपी ने इसे चकनाचूर कर दिया। लेकिन कैसे, क्या किया, जो इस कदर लोगों ने दक्षिणपंथ को स्वीकारा और वामपंथ को नकार दिया? इन सारे सवालों के जवाब हैं सुनील देवधर। करीब से जानिए, सीपीएम के हारने के कारण क्या हैं।