बिहार की राजनीति में जाति एक बडा फैक्टर रहा है। राजनीतिक पार्टियां जातिगत सम्मेलन करती रही हैं, लेकिन बिहार के राजनैतिक इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि पोस्टरों में नेताओं की लगाई गई होर्डिंग में नेताओं की तस्वीर पर उनके नाम की जगह जाति या समुदाय बताया गया है।पटना शहर में कई जगहों पर लगाए गए इस होर्डिंग में बताया जा रहा है कि कौन नेता किस जाति का है। मदन मोहन झा ब्राह्मण हैं तो अखिलेश सिंह भूमिहार। वहीं, गुजरात के रहने वाले शक्ति सिंह गोहिल की जाति बताई गई है कि वे राजपूत हैं। गुजरात के ही नेता और बिहार के सह प्रभारी अल्पेश ठाकोर की भी जाति होर्डिंग लगाकर बताई जा रही है। ऐसे में कांग्रेस की नई प्रदेश कार्यसमिति की ओर से जाति और समुदाय आधारित पोस्टर लगाये जाने के बाद बिहार में विवाद शुरू हो गया है।