"नीतीश का जाना विश्वासघात है, उन्हें बिहार की जनता इसका जवाब देगी", जयराम रमेश ने इंडिया गठबंधन की पटना में बुलाई पहली बैठक को याद करते हुए कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 29, 2024 09:41 AM2024-01-29T09:41:01+5:302024-01-29T09:46:17+5:30
नीतीश के पाला बदलने पर कांग्रेस मीडिया सेल के प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि उन्होंने इंडिया गठबंधन के साथ धोखा किया है और आने वाले समय में बिहार की जनता उन्हें इसका सबक सिखाएगी।
कोलकाता: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इंडिया गठबंधन से एनडीए में जाने को लेकर विपक्षी दलों से बेहद सधी हुई और तीखी प्रतिक्रिया आ रही है। इंडिया गठबंधन के प्रमुख घटक दल एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने नीतीश कुमार के कदम पर हैरानी जताई है। वहीं अब कांग्रेस की ओर से भी उसी तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है।
कांग्रेस मीडिया सेल के प्रभारी और पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने नीतीश के पाला बदलने पर कहा कि उन्होंने इंडिया गठबंधन के साथ धोखा किया है और आने वाले समय में बिहार की जनता उन्हें इसका सबक सिखाएगी।
नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, "नीतीश कुमार ने एक बैठक बुलाई। पटना की बैठक में विपक्ष की 18 पार्टियां मौजूद थीं। उसके बाद बेंगलुरु, मुंबई में भी बैठक हुई। सभी बैठकों में नीतीश कुमार मौजूद थे। लेकिन उन्होंने कोई संकेत नहीं दिया कि वो इंडिया गठबंधन से नाता तोड़ देंगे। यह दुख की बात है कि उन्होंने आखिरी समय में हमारा हाथ छोड़ दिया। यह पूरी तरह से विश्वास के साथ किया गया विश्वासघात है और बिहार के लोग जल्द ही उन्हें इसके लिए जवाब देंगे।"
#WATCH | West Bengal: On Nitish Kumar joining NDA, Congress MP Jairam Ramesh says, "Nitish Kumar called a meeting... 18 parties were present in Patna. The meeting was held in Bengaluru, Mumbai. Nitish Kumar was present in all the meetings. He didn't give any hint (that he would… pic.twitter.com/BvfsSLRZpb
— ANI (@ANI) January 29, 2024
मालूम हो कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार की सुबह में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और शाम होते-होते एनडीए के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेकर बिहार की सत्ता और अपनी पार्टी जदयू पर मजबूत पकड़ बनाये रखी।
नीतीश कुमार ने 18 महीने के महागठबंधन सरकार को छोड़कर एक बार फिर राजद और कांग्रेस से अपना नाता तोड़ते हुए बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में वापस लौट गये हैं। यह चौथी बार है जब नीतीश कुमार ने गठबंधनों के बीच बदलाव किया है। वह वैचारिक विवादों को लेकर 2013 से ही पाला बदल रहे थे।
नीतीश कुमार ने रविवार को राज्यपाल के समक्ष अपना इस्तीफा देते हुए कहा कि महागठबंधन में अभूतपूर्व स्थितियों को देखने के बाद उन्होंने सरकार को भंग करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि गठबंधन के भीतर स्थितिया उनके अनुकूल नहीं थीं। पार्टी के नेताओं के विचार-विमर्श करने के बाद महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया है।