Politics Of Bihar: "रंग बदलने की रफ़्तार में 'पलटिस कुमार' को 'गिरगिट रत्न' मिलना चाहिए", नीतीश के खेमा बदलने पर तेज प्रताप ने किया हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 29, 2024 08:42 AM2024-01-29T08:42:49+5:302024-01-29T08:50:22+5:30
लालू यादव के बेटे और नीतीश के महागठबंधन सरकार में मंत्री रहे तेज प्रताप यादव ने उनसे एनडीए वापसी पर जबरदस्त हमला बोला है।
पटना: राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार में मंत्री रहे तेज प्रताप यादव ने नीतीश कुमार के एनडीए वापसी पर बेहद तीखा हमला बोला है।
राजद नेता तेज प्रताप यादव ने जदयू प्रमुख नीतीश कुमार के महागठबंधन से रिश्ता तोड़ने पर बेहद आक्रामत होते हुए अपने पुराने अंजाद में फिर से नीतीश कुमार पर व्यंग्य बाण की बरसात शुरू कर दी है।
तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेज प्रताप ने अपनी पुरानी शैली को अख्तियार करते हुए एनडीए के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जबरदस्त हमला करते हुए कहा कि जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार राजनीति में बार-बार पलटी मार जाते हैं तो इसके लिए उन्हें 'गिरगिट रत्न' पुरस्कार मिलना चाहिए।
राजद नेता तेज प्रताप यादव ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर किये एक पोस्ट में कहा, ““गिरगिट” तो बस यूँ ही बदनाम है..! रंग बदलने की रफ़्तार से तो पलटिस कुमार को भी “गिरगिट रत्न“ से सम्मानित करना चाहिए।"
“गिरगिट” तो बस यूँ ही बदनाम है..! रंग बदलने की रफ़्तार से तो पलटिस कुमार को भी “गिरगिट रत्न“ से सम्मानित करना चाहिए।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) January 28, 2024
तेज प्रताप यादव ने एक्स पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जमकर कोसा और उनसे कहा कि बीते 17 महीने के महागठबंधन के शासन उनके 17 साल का उनका राजनीति जीवन पर भारी पड़ेगा। तेज प्रताप ने एक्स पर कहा, "तुम्हारा “17साल” पर हमारा “17महीना” भारी रहा..॥"
तुम्हारा “17साल” पर हमारा “17महीना” भारी रहा..॥
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) January 28, 2024
मालूम हो कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार की सुबह में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और शाम होते-होते एनडीए के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेकर बिहार की सत्ता और अपनी पार्टी जदयू पर मजबूत पकड़ बनाये रखी।
नीतीश कुमार ने 18 महीने के महागठबंधन सरकार को छोड़कर एक बार फिर राजद और कांग्रेस से अपना नाता तोड़ते हुए बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में वापस लौट गये हैं। यह चौथी बार है जब नीतीश कुमार ने गठबंधनों के बीच बदलाव किया है। वह वैचारिक विवादों को लेकर 2013 से ही पाला बदल रहे थे।
नीतीश कुमार ने रविवार को राज्यपाल के समक्ष अपना इस्तीफा देते हुए कहा कि महागठबंधन में अभूतपूर्व स्थितियों को देखने के बाद उन्होंने सरकार को भंग करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि गठबंधन के भीतर स्थितिया उनके अनुकूल नहीं थीं। पार्टी के नेताओं के विचार-विमर्श करने के बाद महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया है।