क्या पीएम की बत्ती बुझाने वाली अपील से देश की 'बत्ती गुल' हो सकती है
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 4, 2020 01:21 PM2020-04-04T13:21:11+5:302020-04-04T13:21:11+5:30
पीएम के 5 अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट तक बत्ती बुझा कर दिया जलाने, टार्च या मोबाइल से रोशनी करने की अपील की थी. पीएम की इस अपील से पावर ग्रिड के अधिरकारी चिंतित हैं. पावरग्रिड के अधिकारी इस दौरान ग्रिड की स्थिरता सुनिश्चित करने की तैयारी में जुट गए हैं . ग्रिड के इंटीग्रेटेडेट ऑपरेशन का जिम्मा संभालने वाले पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि एक साथ बत्ती बंद होने से ग्रिड पर कोई दबाव नहीं आए और देश भर में बिजली ठप ना हो. केंद्रीय ऊर्जा नियामक प्राधिकरण यानि सीईआरए ग्रिड के सामान्य संचालन के लिए 49.95-50.05 हर्त्ज के फ्रीक्वेंसी बैंड की परमिशन देता है और बिजली ट्रांसमिशन में अचानक किसी तरह की कमी आने की गड़बड़ी आने पर ग्रिड ठप हो सकता है.
महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री भी ऐसी ही चिंता ज़ाहिर करते हैं. वो कहते हैं कि पीएम के पिछले आह्वान पर लोगों ने जम कर तालियां बजाई जिससे कान बहरे हो गये थे. वो
कहते हैं ऐसी बातें देश के पीएम बिल्कुल शोभा नहीं देती हैं. बत्ती बंद करने से ग्रिड फेल हो गया तो लाखों लोगों का नुकसान हो सकता है.