केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने की माओवादियों की कथित योजना की आलोचना की, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि एलगार परिषद और उसके बाद पुणे के निकट भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा का नक्सलवाद से कोई संबंध नहीं है।