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Farmers Protest| Rahul Gandhi Protest March| New Farm Laws| Priyanka Gandhi हिरासत में

By गुणातीत ओझा | Published: December 24, 2020 09:31 PM2020-12-24T21:31:31+5:302020-12-24T21:32:44+5:30

राहुल गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन के साथ राष्ट्रपति से मुलाकात की। उन्होंने राष्ट्रपति को कृषि कानून के खिलाफ किसानों के हस्ताक्षर सौंपे।

मोदी के लिए राहुल क्यों बोले ''ये तो भागवत को भी आतंकी बता दें''

नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में कांग्रेस (Congress) के राष्ट्रपति भवन (President House) तक मार्च को पुलिस ने रोक दिया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पौने दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर के साथ राष्ट्रपति भवन तक मार्च का ऐलान किया था, लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी थी। कांग्रेस मुख्यालय (Congress Head Office) के बाहर धारा 144 लगाते हुए पुलिस ने केवल तीन कांग्रेस नेताओं को ही राष्ट्रपति से मुलाकात की इजाजत दी। आइये आपको बताते हैं कांग्रेस के मार्च से जुड़े लेटेस्ट अपडेट...

राहुल बोले- मोदी के खिलाफ भागवत खड़े हुए, तो वे भी आतंकवादी बताए जाएंगे

मार्च से रोके जाने के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन के साथ राष्ट्रपति से मुलाकात की। उन्होंने राष्ट्रपति को कृषि कानून के खिलाफ किसानों के हस्ताक्षर सौंपे। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राहुल ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, अगर संघ प्रमुख भागवत किसी दिन मोदी के खिलाफ खड़े हो गए, तो उन्हें भी आतंकवादी बता दिया जाएगा। हम तीन लोग राष्ट्रपति के पास गए। हम करोड़ों किसानों के हस्ताक्षर लेकर गए। हम किसानों की आवाज राष्ट्रपति तक ले गए हैं। सर्दी का मौसम है और पूरा देश देख रहा है कि किसान दुख में है, दर्द में है और मर रहे हैं। पीएम को सुनना पड़ेगा। मैं एडवांस में बोल देता हूं। मैंने कोरोना पर बोला था कि नुकसान होने जा रहा है। आज फिर बोल रहा हूं कि किसान और मजदूर के सामने कोई ताकत नहीं चलेगी। इससे भाजपा.. आरएसएस नहीं, देश को नुकसान होने जा रहा है। यह किसान विरोधी कानून है। इससे किसान और मजूदरों को जबर्दस्त नुकसान होने वाला है। सरकार ने कहा था कि कानून किसान के फायदे के लिए है। लेकिन किसान इस कानून के खिलाफ खड़ा है। सरकार को यह नहीं सोचना चाहिए कि किसान और मजदूर घर चले जाएंगे। नहीं जाएंगे। जब तक कानून वापस नहीं लिया जाएगा। संसद का जॉइंट सेशन बुलाइए और कानून को वापस लीजिए। हम किसानों के साथ खड़े हैं।

प्रियंका गांधी ने कहा यह सरकार पापी है

मार्च के दौरान पुलिस ने कुछ देर के लिए प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया था। हिरासत से रिहा होने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा- हम लोकतंत्र में रह रहे हैं और ये चुने गए सांसद हैं। उन्हें राष्ट्रपति से मिलने का अधिकार है, उन्हें अनुमति मिलनी चाहिए। सरकार को क्या दिक्कत है? बॉर्डर पर खड़े लाखों किसानों की आवाज सरकार क्यों नहीं सुन रही है। किसानों के लिए जिस तरह के नामों का इस्तेमाल किया गया, वह पाप है। अगर सरकार उन्हें देशद्रोही कह रही है तो सरकार पापी है।

जबरन सड़क पर उतर आईं प्रियंका

पुलिस कांग्रेस की मार्च को अनुमति नहीं दे रही थी। पुलिस द्वारा रोके जाने पर प्रियंका गांधी जबरन सड़क पर उतर आईं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मार्च निकालने की कोशिश करने लगीं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें और बाकी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया था। पुलिस प्रियंका को मंदिर मार्ग थाने ले गई थी। करीब आधे घंटे बाद प्रियंका को रिहा किया गया।

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