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भारत बायोटेक की Covaxin सुरक्षित, ट्रायल में कोई साइड इफेक्‍ट नहीं!

By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: December 17, 2020 12:01 PM2020-12-17T12:01:20+5:302020-12-17T12:01:56+5:30

कोरोना वैक्सीन का इंतजार कर रहे भारतीयों के लिए अच्छी खबर है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ भारत बायोटेक  और ICMR की स्वदेशी वैक्सीन Covaxin के अच्छे नतीजे सामने आए हैं. पहले फेज के ट्रायल में वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित पाई गई है. 

 

कोवैक्सीन' ने पहले फेज के क्लीनिकल ट्रायल में बेहतर इम्यून रिस्पॉन्स दिखाया है. ट्रायल के दौरान इस वैक्सीन का वालंटियर पर कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है. पहले चरण के क्लीनिकल ट्रायल के end results से पता चला है कि सभी age ग्रुप्स के लोगों  पर कोई गंभीर या Unfavorable प्रभाव देखने को नहीं मिला है.

 

विदेशी पोर्टल 'मेडआरएक्सआईवी' में दावा किया गया है कि वैक्सीन पूरी तरह से सेफ और इफेक्टिव है. भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का पहले चरण का क्लीनिकल ट्रायल सितंबर महीने में ही समाप्त हो गया था, जिसके नतीजे अब सार्वजनिक किए गए हैं.  इसके परीक्षण के लिए कुल 11 अस्पतालों में अलग-अलग स्थानों पर 375 स्वयंसेवियों को शामिल किया गया था. 

 


अगर खबरों की मानें तो सिर्फ एक व्यक्ति में मामूली साइड इफेक्ट (Side effect) दिखे और वो भी वैक्सीन की वजह से नहीं थे. एक मरीज को 30 जुलाई को वैक्सीन लगाई गई थी. उसे 5 दिन बाद कोरोना संक्रमण हो गया. हालांकि, 15 अगस्त को उसे अस्पताल में भर्ती किया गया और 22 अगस्त को उसे छुट्टी मिल गई. इस घटना को वैक्सीन से जोड़कर नहीं देखा जा रहा है. रिपोर्ट्स की मुताबिक टीका ने एंटीबॉडी तैयार करने का काम किया. हालांकि, वैक्सीन लगाने के बाद इंजेक्शन वाली जगह पर कुछ लोगों को थोड़ा दर्द हुआ था, जो कुछ वक्त के बाद अपने आप ठीक हो गया

 

 स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण (COVID-19) के 24,010 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 355 लोगों की मौत हुई है. नए केस सामने आने के बाद देश में अबतक कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 99 लाख 56 हजार 557 हो गई है.

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