भारत की एविएशन हिस्ट्री का यह एक बेहद दर्दनाक चैप्टर है कंधार कांड। जिन लोगों ने इसको करीब से देखा उनके दर्द को शब्दों में बयां करना नामुमकिन है उस घटना को 18 साल बीत गए है। 24 दिसंबर 1999 को नेपाल के त्रिभुवन एयरपोर्ट से इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 ने उड़ान तो दिल्ली के लिए भरी थी लेकिन आतंकवादी फ्लाईट को हाईजैक करके कंधार ले गए, जोकि आगे चलकर कंधार कांड कहलाया तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के विदेश मंत्री जसवंत सिंह को खुद कंधार जाकर जैश-ए -मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, अहमद जरगर और शेख अहमद उमर सईद को छोड़ना पड़ा। इसका खामियाजा वाजपेयी सरकार को दो साल बाद 13 दिसंबर 2001 को जैश-ए -मोहम्मद ने संसद भवन पर हमला किया जिसमें 8 सुरक्षा कर्मियों को अपनी जान गवानी पड़ी