योगी सरकार माटी कला को देगी प्रोत्साहन, हर गांव में माटी कला के दस शिल्पियों को मिलेगा रोजगार
By राजेंद्र कुमार | Published: August 16, 2023 07:59 PM2023-08-16T19:59:21+5:302023-08-16T20:00:54+5:30
योगी सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के हर गांव में माटी कला के 20 जानकारों को रोजगार मुहैया कराया जाए। राज्य में एक लाख से अधिक गांव है और अब सीएम योगी की योजना के तहत हर गांव में माटी कला के दस शिल्पकारों को माटी कला के उत्पाद बनाने के कर्ज मुहैया कराया जाएगा और उनके बनाए गए उत्पादों की बिक्री का प्रबंध माटी कला बोर्ड करेगा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार मुहैया कराने के लिए लोक कलाओं और ग्रामीण परंपराओं को प्रश्रय देने के साथ ही माटी कला (मिट्टी के उत्पाद) को बढ़ावा देगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस फैसले के तहत अब सूबे में माटी कला को बढ़ावा देने और इसके व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए काम कर रही उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड को सरकार द्वारा कुल 10 करोड़ रुपए की धनराशि दिए जाने का प्रावधान किया गया था। इसमें से 1.66 करोड़ रुपए बोर्ड पहली किस्त के रूप में दिए गए थे। बुधवार को शेष बची 8.33 करोड़ रुपए की धनराशि भी बोर्ड को मुहैया करने के निर्देश कुटीर एवं ग्रामीण उद्योग निदेशालय से दे दिए गए।
गौरतलब है कि योगी सरकार द्वारा बजट में प्राविधानित की गई धनराशि के अंतर्गत माटी कला बोर्ड से प्रदेश में माटी कला को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न मदों में होने वाले खर्चे और समेत विस्तृत कार्ययोजना मांगी थी। माटी कला बोर्ड द्वारा सौंपी गई कार्य योजना के आधार पर उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड को 1.66 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। शेष बची धनराशि प्राप्त करने के लिए बोर्ड के अधिकारी लगातार शासन को आग्रह कर रहे थे। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को हुई तो उन्होंने बोर्ड को शेष धनराशि मुहैया कराने के लिए कहा। इसके बाद त्वरित गति से माटी कला बोर्ड को शेष बची धनराशि को मुहैया कराने की फाइल ओके हो गई। अधिकारियों का कहना है उक्त धनराशि के जरिए गांव-गांव में माटी कला के उत्पाद (मूर्तियां, बर्तन, खिलौने) बनाने वाले हजारों लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
माटीकला के शिल्प गढ़ेंगे यूपी की नई पहचान
सूबे के अधिकारियों के अनुसार, प्रदेश के गांवों में मिट्टी के बर्तन, खिलौने, मूर्तियाँ बनाने हजारों हजार लोग हैं, लेकिन उनके बनाए उत्पादों को शहरों में शहर में बेचने की व्यवस्था बेहतर नहीं है। जिसके कारण माटी कला के उत्पाद बनाने वाले लोग अन्य कार्य करने को मजबूर हो रहे थे। जबकि इन हुनरमंदों के बनाए माटी कला के उत्पाद सभी का मन मोहने वाले थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनावों के पहले ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए माटी कला बोर्ड के पदाधिकारियों ध्यान देने को कहा है। जिसके चलते बोर्ड को धनराशि मुहैया कराते हुए अब गांवों मे माटी कला के शिल्पियों के हुनर को निखारने के साथ ही उन्हे पुरस्कृत करने का आदेश दिया गया है।
योगी सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के हर गांव में माटी कला के 20 जानकारों को रोजगार मुहैया कराया जाए। राज्य में एक लाख से अधिक गांव है और अब सीएम योगी की योजना के तहत हर गांव में माटी कला के दस शिल्पकारों को माटी कला के उत्पाद बनाने के कर्ज मुहैया कराया जाएगा और उनके बनाए गए उत्पादों की बिक्री का प्रबंध माटी कला बोर्ड करेगा। कहा जा रहा सरकार के इस प्रयास से प्रदेश के माटी शिल्पियों की धाक न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया में गूंजेगी। और माटीकला प्रदेश की नई पहचान गढ़ेगी।