रवीश कुमार ने निर्मल जी के उपन्यास 'रात का रिपोर्टर' से अंशपाठ किया और कहा कि मैंने निर्मल वर्मा को पढ़ा है इसलिए मैं कह सकता हूँ कि निर्मल वर्मा को पढ़ना चाहिए। ...
दिल्ली में इस साल विश्व पुस्तक मेले में सनातन संस्कृति की बहुभाषी जीवंत धारा बहती दिखाई दे रही है। अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद बड़ी संख्या में पुस्तकें भी राममय या सनातन संस्कृति को अभिव्यक्त कर रही हैं। ...
World Book Fair 2024 in New Delhi: दलित और आदिवासी विमर्श, स्त्री-विमर्श समेत विभिन्न विमर्शों की किताबें और यात्रा-वृत्तांत, संस्मरण जैसी कथेतर किताबों की मांग ज्यादा आ रही है। ...
World Book Fair 2024: जलसाघर में आयोजित कार्यक्रम के पहले सत्र में ‘बहुभाषिकता का सुख’ विषय पर परिचर्चा हुई। इस सत्र में अशोक वाजपेयी, अब्दुल बिस्मिल्लाह, जानकीप्रसाद शर्मा, हरीश त्रिवेदी, पंकज चतुर्वेदी और शिवांगी बतौर वक्ता मौजूद रहे। ...
New Delhi World Book Fair 2024: विश्व पुस्तक मेला सभी पढ़ने-लिखने वालों और पुस्तकप्रेमियों के लिए एक त्योहार की तरह है, प्रकाशन संस्थानों के लिए तो है ही। इसका पाठकों के साथ-साथ हमें भी इंतजार रहता है। ...
विश्व पुस्तक मेले के लेखक मंच पर हुए इस आयोजन में वर्ष 2021 के लिए मनोज कुमार पांडेय को उनके कहानी संग्रह बदलता हुआ देश तथा वर्ष 2022 के लिए शिरीष खरे को उनकी कथेतर कृति एक देश बारह दुनिया के लिए स्वयं प्रकाश स्मृति सम्मान दिए गए। ...
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) द्वारा आईटीपीओ के सहयोग से आयोजित नौ दिवसीय सालाना पुस्तक मेले का इस साल 28वां संस्करण है जिसका उद्घाटन चार जनवरी को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक यहां प्रगति मैदान में करेंगे। ...