यूक्रेन सोवियत संघ के विघटन के बाद 1991 में रूस से अलग हुआ था। यूक्रेन के हालांकि बाद के वर्षों में NATO से जुड़ने की कोशिश से रूस असहमति दिखाता रहा है। रूस को लगता है कि यूक्रेन NATO से जुड़ने से उसकी सुरक्षा हमेशा खतरे में रहगी। रूस का मानना है कि अमेरिका सहित नाटो के अन्य सदस्य देशों की सेनाएं उसकी सीमा के बेहद करीब आ जाएंगी और वह एक तरह से चारों ओर से घिर जाएगा। इसी के खिलाफ रूस कदम उठाने की बात कर रहा है और यूक्रेन पर कार्रवाई की बात कर रहा है। Read More
रूसी आक्रमण के बाद से यूक्रेन में कई जगहों पर लूटपाट की खबरें सामने आई हैं। कीव में चोरी करते पकड़े गए एक शख्स की पतलून को उसके घुटनों तक खींच कर स्थानीय लोगों ने खंभे में बांध दिया। ...
एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से 20 लाख यूक्रेन छोड़कर दूसरे देश जा रहे हैं। इसमें से 8 लाख बच्चे हैं जोकि अकेले ही यूक्रेन को छोड़कर जा रहे हैं। ...
सामने आये वीडियो में पाकिस्तान की अस्मा शफीक ने कीव में 'मुश्किल हालात' से बाहर निकालने के लिए भारतीय दूतावास और प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया। वीडियो में अस्मा शफीक कहती हैं, मैं कीव स्थित भारतीय दूतावास की आभारी हूं। ...
नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से भीषण पीड़ा हो रही है और मानवीय प्रभाव विनाशकारी है। स्टोल्टेनबर्ग ने कहा, "यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि संघर्ष यूक्रेन से आगे न बढ़े और न फैले।" ...
यह कार्रवाई यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की द्वारा अमेरिका और पश्चिमी देशों के अधिकारियों से आयात में कटौती करने की अपील करने के बाद हुई है। रूस के वित्तीय क्षेत्र पर गंभीर प्रतिबंधों के बावजूद तेल निर्यात ने वहां नकदी प्रवाह को स्थिर बनाए ...
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि वह समझ गए हैं कि नाटो यूक्रेन को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। जेलेंस्की ने कहा कि नाटो रूस के साथ टकराव से डरता है। ...